मुझ पर बाबा का आशीर्वाद प्रदेश की खुशहाली के लिए जो मांगा वो मिला
श्रीमती राजे ने किया लोकदेवता बाबा रामदेव पेनोरमा का उद्घाटन
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि मेरे ऊपर लोकपूज्य बाबा रामदेव का आशीर्वाद है। मैंने जब भी प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि के लिए बाबा से कुछ मांगा है तो मुझे कभी खाली हाथ नहीं रहना प़डा है। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव की कृपा से आज न केवल पश्चिमी राजस्थान बल्कि पूरा प्रदेश फल-फूल रहा है।
श्रीमती राजे रविवार को रामदेवरा में लोकदेवता बाबा रामदेव पेनोरमा का उद्घाटन करने के बाद समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि रामसापीर के आशीर्वाद से पश्चिमी राजस्थान में तेल के विपुल भण्डार मिले। उन्हीं के आशीर्वाद से प्रदेश में देश की पहली रिफाइनरी-कम- पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स लगने जा रहा है। साथ ही लाइमस्टोन और ग्रेनाइट की खदानें भी मिली हैं।
मुख्यमंत्री ने टिकट लेकर देखा पेनोरमा
श्रीमती राजे ने कहा कि मैंने स्वयं टिकट लेकर पेनोरमा में बाबा की जीवन-गाथा का अवलोकन किया है। आप सभी से मेरा निवेदन है कि इस पेनोरमा को देखें और बाबा के जीवन से प्रेरणा लें। साथ ही इस विरासत के रखरखाव और सुन्दरता को वैसा ही बनाए रखें, जैसा आज है।
मुस्कुराते रहने का दिया संदेश
मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमूह से बाबा रामदेव के 36 की 36 कौमों और हर मजहब को साथ लेकर चलने के संदेश से प्रेरणा लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हम सभी मुस्कुराकर एक-दूसरे से मिले, प्रेम फैलायें और नये राजस्थान के निर्माण का संकल्प लें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा रामदेवजी के पेनोरमा के दर्शन कर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु उनके जीवन से प्रेरणा ले सकेंगे। हमारी नई पीढ़ी धार्मिक महत्व के आस्था केन्द्रों में जाये और यहां की संस्कृति को समझे। इसी उद्देश्य से हमारी सरकार ने लोक देवताओं तथा महापुरूषों के गौरवशाली इतिहास को पूरे विश्व में विख्यात करने के लिये पेनोरमा निर्माण का काम हाथ में लिया है।
श्रीमती राजे ने कहा कि जोधपुर से रामदेवरा तक पैदल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 209 किमी पदमार्ग में से जोधपुर शहर में 5 किमी तथा शेष मार्ग में से 19 किमी को छोड़कर कच्चा पैदल मार्ग पूरा बन गया है। उन्होंने निर्देश दिये कि हर साल मेले से पहले श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए पैदल मार्ग की समुचित साफ-सफाई करवाई जाये।
मुख्य नहर के दोनों तरफ 5 हॉर्स पावर के कनेक्शन मिलेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र में मुख्य नहर के दोनों तरफ एक किलोमीटर तक 5 हॉर्स पावर क्षमता वाले विद्युत कनेक्शन अगले तीन वर्ष तक प्राथमिकता के आधार पर जारी किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए डिमाण्ड नोट की कार्यवाही जल्द ही की जायेगी।
इस अवसर पर राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओंकार सिंह लखावत ने प्रदेश में धार्मिक स्थलों एवं आस्था केन्द्रों के विकास के लिए प्रदेश सरकार की ओर से किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। श्रीमती राजे ने पेनोरमा के निर्माण में सराहनीय योगदान के लिए प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री टीकमचंद बोहरा सहित विभिन्न व्यक्तियों को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री ने बाबा रामदेव पेनोरमा की शिलापटिट्का का अनावरण कर पेनोरमा का लोकार्पण किया। उन्होंने पेनोरमा परिसर में मोलासर का पौधा भी लगाया और वन विभाग के अधिकारियों को पेनोरमा परिसर में छायादार पौधारोपण करवाने के निर्देश दिये। अवलोकन कर मूर्तियों, पेन्टिंग्स में वर्णित बाबा की जीवनी, प्रेरणादायी प्रसंग और गौरवशाली गाथा के बारे में जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर राजस्व, उपनिवेशन एवं पुनर्वास राज्यमंत्री श्री अमराराम, विधायक श्री शैतानसिंह राठौड, मन्दिर समिति अध्यक्ष श्री भौमसिंह तंवर, राजस्थान राज्य बीज निगम के अध्यक्ष श्री शम्भूसिंह खेतासर, अतिरिक्त मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण श्री एनसी गोयल, सहित प्रशासनिक अधिकारी एवं अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने बाबा रामदेव मन्दिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश में खुशहाली की कामना की
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने जैसलमेर यात्रा के दौरान रविवार को रामदेवरा में सुप्रसिद्ध लोक देवता बाबा रामदेव की पूजा अर्चना की। उन्होंने बाबा की समाधि के दर्शन किए और देश-प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
श्रीमती राजे को मन्दिर के पुजारी श्री कमल छंगाणी ने मन्त्रोचार के साथ विधिवत् पूजा अर्चना करवाई। उन्होंने बाबा रामदेव मन्दिर परिसर में स्थित कचहरी में भी श्रद्धा के साथ पूजा की। उन्होंने मंदिर परिसर स्थित बाबा की अनन्य भक्त डालीबाई के मन्दिर में भी दर्शन कर चुनरी चढ़ाई।
मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में बाबा के दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं से यात्रा मार्ग, रामदेवरा एवं मंदिर परिसर में विकसित की गई सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने सरोवर में पर्याप्त पानी होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रशासनिक एवं मंदिर समिति के अधिकारियों को सरोवर की नियमित साफ-सफाई के निर्देश भी दिये। श्रीमती राजे ने मंदिर में बाबा रामदेव का प्रसिद्ध भजन ’खम्मा-खम्मा……..रूणिचेरा धणिया’ भी पूरे भक्ति-भाव से सुना।
जयपुर/जैसलमेर, 03 सितम्बर 2017