रूटीन इंस्पेक्शन तक ही सीमित न रहें ग्रासरूट तक योजनाओं का लाभ पहुंचाये

प्रभारी मंत्रियों-प्रभारी सचिवों की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने जिला प्रभारी मंत्रियां तथा प्रभारी सचिवों से कहा कि वे जिलों के अपने दौरों में मात्र रूटीन इंस्पेक्शन तक ही सीमित न रहें बल्कि ग्रासरूट तक सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ पहुंचाए। प्रभारी मंत्री और सचिव इस बात का खास खयाल रखें कि योजनाओं पर खर्च हो रहा पैसा जनता का है, जिसका विकास कार्यां में बेहतर से बेहतर उपयोग हो।

श्रीमती राजे मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय के कांफ्रेंस हॉल में जिला प्रभारी मंत्रियों एवं प्रभारी सचिवों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री एवं प्रभारी सचिव हर माह में एक बार आवश्यक रूप से अपने जिले में जाएं। साथ ही साल में कम से कम एक बार पूरे जिले का दौरा जरूर करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं की क्रियान्विति की जिम्मेदारी ऊपर के स्तर तक भी तय होनी चाहिए, इससे सिर्फ निचले स्तर के अधिकारियों के भरोसे नहीं छोड़ा जाना चाहिए।

टाइम बाउंड फ्रेम में दूर हों समस्याएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि बजट घोषणाएं समय पर पूरी हों। उन्होंने कहा कि जिलों में जो समस्याएं सामने आती हैं, उनको टाइम बाउंड फ्रेम में दूर किया जाए। जिला प्रभारी मंत्री एवं प्रभारी सचिव हर महीने अपने जिले के दौरे में यह सुनिश्चित करें कि किन समस्याओं का समाधान हुआ है और कौनसी समस्याएं लंबित हैं। किन कारणों से समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। यदि किसी स्तर पर कोताही बरती जा रही है तो सरकार के ध्यान में लाएं।

अधिकारियों को हो योजनाओं की जानकारी

श्रीमती राजे ने कहा कि जिला स्तर से लेकर पंचायत स्तर तक हर अधिकारी को सरकार की योजनाओं की जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘आपका जिला एवं आपकी सरकार‘ के दौरान ऐसा देखने को मिला कि ब्लॉक एवं उपखंड स्तर तक के कई अधिकारियों को भी योजनाओं की जानकारी नहीं है। उन्होंने निर्देश दिए कि ब्लॉक एवं उपखंड स्तर पर अधिकारियों को और अधिक संवेदनशीलता के साथ कार्य के लिए प्रेरित करें।

पंचायतों में लगवाएं सूचना बोर्ड

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार गांवों के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। ऐसे में लोगों को पता होना चाहिए कि उनकी ग्राम पंचायत को कितना बजट मिला और कितना काम हुआ। उन्होंने कहा कि जब वे सांसद थीं तो उन्होंने झालावाड़ की पंचायतों में इसकी जानकारी के लिए सूचना पट्ट लगवाए थे। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी पंचायतों में ऐसे सूचना पट्ट लगवाए जाएं। इससे न केवल लोगों को विकास कार्यों की जानकारी मिलेगी बल्कि पारदर्शिता भी आएगी।

निर्माण कार्यों की गुणवत्ता भी जांचें

श्रीमती राजे ने कहा कि दौरे में गौरव पथ सहित अन्य निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की भी जांच की जाए। उन्होंने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय पंचायत जनकल्याण शिविरों का आमजनता को भरपूर लाभ मिल रहा है। यह सुनिश्चित करें कि शिविरों के प्रभारी अधिकारी इन शिविरों में आवश्यक रूप से पहुंचे।

मुख्यमंत्री ने प्रभारी मंत्रियों एवं प्रभारी सचिवों को भामाशाह योजना, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, अन्नपूर्णा भंडार, राजश्री, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान, सम्पर्क पोर्टल, पोस मशीनों के जरिये राशन वितरण व्यवस्था सहित सरकार की सभी फ्लैगशिप योजनाओं की नियमित मॉनीटरिंग के भी निर्देश दिए। श्रीमती राजे ने कहा कि कर्मचारियों के पे-फिक्सेशन सहित सेवा प्रकरणों के लंबित मामलों को भी शीघ्र निस्तारित किया जाए।

बैठक में मंत्रिपरिषद् के सदस्य, मुख्य सचिव श्री ओ.पी. मीना सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर, 22 नवम्बर 2016