अन्नदाता लिखेगा विकास की नई गाथा

ग्राम-2016 का दूसरा दिन

उन्नत किसान और खुशहाल राजस्थान के लिए 4400 करोड़ के 38 एमओयू

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट-2016 (ग्राम) का ऐतिहासिक आयोजन ’उन्नत किसान और खुशहाल राजस्थान’ का सपना पूरा करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब हमारा अन्नदाता किसान प्रदेश के विकास की गाथा लिखेगा। हमारे काश्तकार अब खेती के पुरातन तरीकों से आगे बढ़कर उन्नत खेती एवं अधिक उपज पैदा करने वाले ‘स्मार्ट एवं उद्यमी किसान‘ बनेंगे।

श्रीमती राजे इस ऐतिहासिक मीट के दूसरे दिन गुरूवार को सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में एमओयू समारोह में उपस्थित उद्यमियों तथा प्रगतिशील किसानों को संबोधित कर रही थीं। मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री वेंकैया नायडू की मौजूदगी में इस अवसर पर करीब 4 हजार 400 करोड़ रुपये के 38 एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। प्रदेश के कृषि क्षेत्र को बुलंदियों तक पहुंचाने की दिशा में महत्वपूर्ण इन एमओयू से करीब 47 हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा।

मुख्यमंत्री ने किसानों के साथ पत्तल-दोने में किया भोजन

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने केन्द्रीय मंत्री श्री वेंकैया नायडू के साथ ’ग्राम-2016’ के आयोजन स्थल में घूमकर किसानों के लिए की गई व्यवस्थाओं तथा प्रदर्शनी का जायजा लिया। उन्होंने किसानों से उनके अनुभव जाने। श्रीमती राजे ने प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए इन किसानों के बीच बैठकर पत्तल-दोने में भोजन किया तथा किसानों से पूछा कि आपको यहां आने से क्या नया सीखने को मिला। किसानों ने बताया कि राज्य के इतिहास में पहली बार उनके लिए इतना बड़ा आयोजन हुआ है। यह संदेश वे लेकर जायेंगे और अपने साथी काश्तकारों को भी बतायेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने पशु फार्म में घोडे़, ऊंट, बैल, गाय, भेड़, कुक्कुट आदि की उन्नत एवं देशी नस्लों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने ऊंट एवं घोडे़ के नृत्य का भी लुत्फ उठाया। दोनों पशुओं ने श्रीमती राजे को माला पहनाई। उनके इस करतब से चकित मुख्यमंत्री भी तालियां बजाए बिना नहीं रह सकीं।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान का किसान किसी भी मायने में देश के अन्य राज्यों के प्रगतिशील किसानों से पीछे नहीं है। राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के काश्तकार मार्केटिंग के नवीनतम तौर-तरीकों को अपनाकर फसल पैदा करें तथा खुशहाल बनें। उन्होंने कहा कि समय का तकाजा है कि खेती और उद्योग एक-दूसरे के पूरक बनें। श्रीमती राजे ने इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री वेंकैया नायडू से स्मार्ट सिटी के साथ-साथ स्मार्ट ग्राम बनाने में भी केन्द्र सरकार का सहयोग मांगा।

श्रीमती राजे ने कहा कि इन एमओयू का लाभ किसी क्षेत्र विशेष के किसानों को नहीं, बल्कि पूरे राजस्थान के किसानों को मिलेगा। इन समझौतों के धरातल पर उतरने के बाद प्रदेश में कृषि क्षेत्र का आधारभूत ढांचा मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि ये एमओयू इसलिए और भी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इन्हें किसानों की तकदीर संवारने के लिए धरातल पर उतारा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्मेलन में आए किसान यहां कृषि वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों एवं उद्यमियों से दुनियाभर में प्रचलित खेती की नई तकनीकों के बारे में जानकारी लेकर अपने गांव लौटेंगे तो वे नए आत्मविश्वास और संकल्प के साथ अपने खेतों में खुशहाली की फसल उगाएंगे और समृद्धि की ओर आगे बढेंगे।

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निवेश अमल में लाने में राजस्थान सबसे तेज

पिछले साल हुए रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट की सफलता का जिक्र करते हुए श्रीमती राजे ने कहा कि सौर ऊर्जा परियोजनाओं को छोड़कर अब तक कुल 1.45 लाख करोड़ रुपये के निवेश में से करीब 1.08 लाख करोड़ रुपये का निवेश विभिन्न स्तरों पर क्रियान्विति की प्रक्रिया में है। यह किसी भी पार्टनरशिप समिट में प्राप्त निवेश प्रस्तावों के अमल में आने की संभवतः सर्वाधिक उपलब्धि दर है।

स्मार्ट ग्राम बनाने में करेंगे मदद ~ केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री

इस अवसर पर केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री वेंकैया नायडू ने कहा कि स्मार्ट ग्राम बनाने की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की पहल में केन्द्र पूरी मदद करेगा। श्री नायडू ने ’ग्राम’ आयोजन के जरिए राजस्थान के किसानों को खुशहाल बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे समय में जबकि पूरे देश में स्मार्ट सिटी की बात हो रही है, स्मार्ट ग्राम तथा ’ग्राम समिट’ की बात करना मुख्यमंत्री की गांव और किसान को मजबूत करने की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान से जुड़ाव होने के नाते उनका पूरा प्रयास रहेगा कि वे प्रदेश के विकास से संबंधित विषयों पर केन्द्र सरकार में पूरी पैरवी करें।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा राजस्थान में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे का कुशल नेतृत्व होगा, तभी देश-प्रदेश आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि खेती को लाभदायक बनाना केन्द्र सरकार की प्राथमिकता है।

इससे पहले कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने कहा कि इस समारोह में हो रहे एमओयू इस बात का संकेत है कि राजस्थान में निवेश का माहौल बना है। उन्होंने बताया कि कुल 38 एमओयू में से कृषि विपणन के क्षेत्र में सर्वाधिक 21, कृषि उत्पादन में 7, उद्यानिकी एवं पशुपालन में 5-5 एमओयू किए गए हैं।

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इन-इन क्षेत्रों में हुए एमओयू

ये एमओयू किसानों को कृषि उपकरण किराए पर देने के लिए कस्टम हायर सर्विस सेंटर्स एवं आधुनिक कृषि विपणन सुविधाओं की स्थापना, एकीकृत बागवानी, भण्डारण, कोल्ड स्टोरेजए मुर्गी पालन, मछली पालन, सोलर ग्रीन हाउसए कृषि पर्यटन, कृषि में आईटी, औषधीय और हर्बल फसलों, बीज, मसालों, नर्सरी क्लीनिंग, ग्रेडिंग, पैकेजिंगए प्रसंस्करण आदि क्षेत्रों में किए गए हैं। जिन कम्पनियों के साथ ये एमओयू किए गए हैं उनमें टैफे, महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा तथा जोन डियर के साथ ईएम3 एग्री सर्विसेज का संयुक्त उपक्रम जैसी महत्वपूर्ण कम्पनियां शामिल हैं।

प्रगतिशील किसानों का अभिनन्दन

मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय मंत्री ने इस अवसर पर राज्य के विभिन्न जिलों से आए प्रगतिशील किसानों को जैविक खेती, खाद्य प्रसंस्करण, उन्नत एवं नवाचार आधारित कृषि पद्धतियों को अपनाने के लिए सम्मानित किया।

ये रहे उपस्थित

इस अवसर पर केन्द्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री श्री पीपी चौधरी, केन्द्रीय उपभोक्ता मामलां के राज्यमंत्री श्री सीआर चौधरी, केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री श्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ सहित राज्य मंत्रीपरिशद के सदस्य, सांसद श्री दुष्यंत सिंह, विधायक, मुख्य सचिव श्री ओपी मीना सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर, 10 नवम्बर 2016