स्पीड में और तेजी लायें, बाकी रहे वादों को निभायें
कलक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस का शुभारम्भ
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि हम ईमानदारी, कड़ी मेहनत और लगन से आमजन तक सुशासन पहुंचाने में कामयाब रहे हैं। हमें इस स्पीड को और तेज करते हुए बाकी रहे वादों और घोषणाओं को भी निश्चित समयसीमा में पूरा करना है। उन्होंने कहा कि जनता की संतुष्टि ही सुशासन का सर्वश्रेष्ठ पैरामीटर होता है। जनता सुशासन का आकलन इस बात से करती है कि उसकी समस्याओं और शिकायतों का निदान कितनी आसानी से हो रहा है और मुझे खुशी है कि हम इस पैरामीटर पर खरे उतरे हैं। श्रीमती राजे बुधवार को मुख्यमंत्री कार्यालय के कन्वेंशन हॉल में कलक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रही थीं।
अधिकारी वक्ता ही नहीं, अच्छे श्रोता भी बनें
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को एक अच्छा वक्ता होने के साथ-साथ अच्छा श्रोता भी होना चाहिए ताकि कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या आपको सहजता से बता सके। उन्होंने कहा कि रोजमर्रा के कार्यां के लिए सरकार और आमजन के बीच आपसी संवाद को और आसान कैसे बनाया जाये, इसके लिए जिला प्रशासन को अधिक तत्परता एवं सजगता से काम करना होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को संसाधनों की कमी का बहाना बनाने की बजाय इस बात पर ध्यान देना होगा कि कम संसाधनों में ज्यादा से ज्यादा रिजल्ट कैसे दिया जाये।
प्रतिभाशाली अधिकारियों और कर्मचारियों की पहचान करें
श्रीमती राजे ने कहा कि जिला कलक्टर प्रतिभाशाली अधिकारियों और कर्मचारियों की पहचान करें और संवेदनशील एवं प्रभावी सुशासन देने के लिये उनकी प्रतिभा का समुचित उपयोग करें। उन्होंने कहा कि जिला कलक्टर नवाचारों और अभिनव प्रयासों के बारे में जानकारी मुख्य सचिव को दें ताकि उन्हें प्रदेश के दूसरे जिलों में भी लागू किया जा सके और आवश्यकता पड़ने पर केन्द्र सरकार को भी सुझाव के तौर पर भेजा जा सके।
कुछ नया करने की सोच रखें
मुख्यमंत्री ने कहा कि टीम राजस्थान में कई युवा अधिकारी ऐसे हैं जो तकनीक का दक्षता के साथ उपयोग करते हैं वहीं वरिष्ठ अधिकारियों के अनुभव का भी फायदा हमें सुशासन जनता तक पहुंचाने में मिलता है। उन्होंने कलक्टरों से कहा कि वे हमेशा कुछ नया करने की सोच रखें और उसे लागू करने की दिशा में आगे भी बढें।
टॉप 5 में चित्तौड, हनुमानगढ, पाली, अजमेर एवं भीलवाड़ा
श्रीमती राजे ने कहा कि नवम्बर 2016 में आयोजित कलक्टर-एसपी कान्फ्रेन्स में कुछ पैरामीटर्स तय किये गये थे, जिन पर खरे उतरने और केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के आधार पर चित्तौड़गढ, हनुमानगढ, पाली, अजमेर एवं भीलवाडा जिलों को टॉप 5 में रखा गया है। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि दूसरे जिलों में भी सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन होगा और वे नवाचार की दिशा में आगे बढें़गे।
मुख्यमंत्री ने पिछली कलक्टर-एसपी कान्फ्रेन्स में दिये गये निर्देशों की पालना रिपोर्ट प्रस्तुत होने के बाद कलक्टर्स को कहा कि विभिन्न विभागों के साथ तालमेल बैठाकर लम्बित प्रकरण सुलझायें।
इससे पहले मुख्य सचिव श्री ओपी मीना ने कलक्टर-पुलिस अधीक्षक सम्मेलन की रूपरेखा की जानकारी दी। इस कॉन्फ्रेंस में राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्य, संसदीय सचिव, सभी विभागों के वरिष्ठतम अधिकारी उपस्थित हैं।
जयपुर, 31 मई 2017