एकीकृत कृषि का उदाहरण है रामचंद्र सैनी का कृषि फार्म
बूंदी जिला मुख्यालय से जब ठिकोरदा ग्राम पंचायत की तरफ रूख किया, तो पहाड़ी रास्तों पर सफर तय करते हुए लगा कि हम बहुत पिछड़े इलाके में जा रहे हैं। लेकिन आस-पास ताड़ के हरे पेड़, पानी की झीलें और उसमें कमल के पेड़ इलाके की प्राकृतिक खूबसूरती को बयां कर रहे थे। लगभग 1 घंटा के सफर के बाद हम पहुंचे जिले की हिण्डौली पंचायती समिति के गांव ठिकोरदा के रामचन्द्र सैनी के फार्म पर। वहां जाकर हम आष्चर्यचकित रहे गए जब पहाडियों से घिरे इस अबड़खाबड़ जमीन को समतल कर तैयार गए फार्म को देखा। सैनी ने अपनी लगन, मेहनत और कृषि विभाग के सहयोग से इसे एकीकृत कृषि का उदाहरण बना दिया है।
इन्होंने अपने फार्म पर एक बीघा में अनार का बगीचा लगा रखा है इसके साथ ही चीकू, नींबू और कटहल के पौधे लगा रखे हैं। पूरे फार्म पर बूंद-बूंद पद्धति से सिंचाई होती है। उद्यान विभाग के अनुदान से इन्होंन सोलर पम्प सेट भी अपने फार्म पर लगा रखा है, जिससे इनको दिन में बिना किसी बाधा के पानी मिलता है। श्री सैनी ने पूरे क्षेत्र में प्रगतिशील कृषक के रूप में अपनी विषिष्ट पहचान बनाई है और वे अनेकों किसानों के प्रेरणास्रोत बन चुके हैं।
बारां, 25 अप्रेल 2017
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