तीन साल में किया हर व्यक्ति के विकास का प्रयास, दो साल में होंगे युवाओं के सपने साकार
राज्य सरकार के तीन वर्ष के कार्यकाल पर बीकानेर में राज्य स्तरीय समारोह
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि हमारी सरकार ने अपने 3 साल के कार्यकाल में हर व्यक्ति तक विकास पहुंचाने का प्रयास किया है। आने वाले दो साल सड़क, पानी, बिजली, चिकित्सा, शिक्षा और कृषि के साथ-साथ रोजगार को समर्पित रहेंगें। हमने रोजगार के अवसर देने का जो लक्ष्य रखा था उसे पार करेंगे। युवाओं ने जो सपने देखे थे उन्हें साकार करेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने आज जनता के सामने हमारे ’अच्छे काम-ठोस परिणाम’ का जो रिपोर्ट कार्ड रखा है, उससे स्पष्ट हो जाता है कि कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हमारी सरकार ने पिछली सरकार के काम को बहुत पीछे छोड़ दिया है। हमने तीन साल में वो कर दिखाया जो वे अपने पांच साल के कार्यकाल में नहीं कर पाए। हमारे कई फैसले तो ऐसे है जो आजादी के बाद पहली बार प्रदेश में लागू हुए है। जिनको देश और दुनिया ने सराहा है। कईं क्षेत्रों में आज हम देश में प्रथम पायदान पर है।
श्रीमती राजे मंगलवार को बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज मैदान में राज्य सरकार के कार्यकाल के 3 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने समारोह में कुल 127 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 324 करोड़ रुपए के कार्यों का शिलान्यास किया।
हमने विकास में राजनीति को कभी आड़े नहीं आने दिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने विकास में कभी राजनीति को आड़े नहीं आने दिया। बीकानेर जिले में पिछले तीन साल में करीब 2700 करोड़ रुपए के विकास कार्य करवाए गए। उन्होंने कहा कि हमने राजनीति से प्रेरित हुए बिना 83 करोड़ रूपये की लागत से सड़कों के काम किए। इस वर्ष 75 करोड़ की लागत से 56 सड़कें नोखा में बनाई जा रही हैं।
श्रीमती राजे ने बीकानेरवासियों को 20 साल से भी अधिक समय से अटके रविन्द्र रंगमंच के लोकार्पण की सौगात देते हुए कहा कि 9 करोड़ 50 लाख की लागत से तैयार यह ऑडिटोरियम बीकानेर में सांस्कृतिक गतिविधियों को नये आयाम देगा। उन्होंने कहा कि बीकानेर में भूतपूर्व रियासतों के 70 लाख अभिलेख ऑनलाइन कर दिए गए हैं।
राजस्थान बीमारू श्रेणी से बाहर
श्रीमती राजे ने कहा कि अब राजस्थान बीमारू प्रदेशों की श्रेणी से बाहर निकलकर अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय स्तर पर हुए कई सर्वे, इंडेक्स और पुरस्कार प्रदेश की विकास यात्रा के साक्षी हैं।
दो साल में वादे से अधिक रोजगार
श्रीमती राजे ने कहा कि कौशल विकास के माध्यम से युवाओं को रोजगार से जोड़ना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। हमने युवाओं को 15 लाख के अवसर उपलब्ध कराने का जो वादा किया था उस पर काम करते हुए हमने 1 लाख सरकारी नौकरियों सहित कुल 11 लाख युवाओं को रोजगार से जो़ड़ा है। अगले 2 साल में हम अपने वादे से भी अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराएंगे। इसी कड़ी में आज राज्य को समर्पित किए गए 13 आईटीआई को मिलाकर कुल 1870 आईटीआई के साथ राजस्थान इस मामले में देश में दूसरे स्थान पर आ गया है। प्रदेश में 223 राजकीय आईटीआई हैं जो देश के किसी भी राज्य में सर्वाधिक हैं।
शिक्षा में भेदभाव रहित विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने अपने कार्यकाल में 500 माध्यमिक विद्यालयों को बिना किसी भेदभाव के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में क्रमोन्नत किया है। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश में 9895 स्वामी विवेकानन्द आदर्श विद्यालय विकसित कर रहे हैं। इनमें से 1340 स्कूलों का काम पूरा हो गया है। दूसरे चरण में 3 हजार 97 आदर्श विद्यालय बनाए जा रहे हैं। तीसरे चरण में बाकी रहे 5458 स्कूलों का काम किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इससे पहले पॉलीटेक्निक कॉलेज जाकर रोजगार मेले का उद्घाटन एवं अवलोकन किया। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान स्किल आइकन चुने गए युवाओं, आईटीआई ब्रांड एम्बेसडर्स को सम्मानित भी किया। उन्होंने मेडिकल कॉलेज मैदान में आरोग्य मेला, सहकार मेला, खादी मेला, सुराज प्रदर्शनी महिला कैंसर जागरूकता एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का उद्घाटन कर अवलोकन किया। उन्होंने प्रदेश के विकास से संबंधित सुराज एक्सप्रेस को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
कार्यक्रम को केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री अर्जुन मेघवाल, संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़, श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री जसवंत यादव, जल संसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप, राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओंकारसिंह लखावत, पूर्व मंत्री श्री देवीसिंह भाटी सहित कई विधायक, जनप्रतिनिधि, अधिकारी, गणमान्यजन एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने की ये घोषणाएं
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की स्थिति को बेहतर करने के लिए निगम के बेड़े में मार्च 2017 से पहले 500 नई ब्लू लाइन एक्सप्रेस बसें शामिल की जाएंगी। इसके लिए राज्य सरकार 90 करोड़ रुपए की सहायता निगम को प्रदान करेगी।
राजकीय माध्यमिक, उच्च माध्यमिक एवं स्वामी विवेकानन्द मॉडल स्कूलों में कक्षा 6 से 10 तक के विद्यार्थियों को कम्प्यूटर में दक्ष करने के लिए कम्प्यूटर लिटरेसी इनिशिएटिव फॉर कॉम्प्रीहेंसिव नॉलेज (क्लिक) योजना आगामी शिक्षण सत्र से शुरू की जाएगी।
शहरी क्षेत्र में मुख्यमंत्री शहरी जन कल्याण शिविर आयोजित कर आवासीय भूखण्ड एवं मकानों का नियमन एवं पटटे जारी किए जाएंगे। इस अभियान में परिधि क्षेत्र में खातेदारी भूमि पर बने हुए मकानों का 500 वर्ग मीटर तक निःशुल्क नियमन किया जाएगा।
शहरी क्षेत्र में जरूरतमंद लोगों को किफायती दर पर भोजन उपलब्ध कराने के लिए आगामी 15 दिसम्बर से अन्नपूर्णा रसोई का शुभारम्भ 12 शहरों में (जयपुर, अजमेर, बीकानेर, उदयपुर, कोटा, भरतपुर, जोधपुर, बारां, झालावाड़, प्रतापगढ़, डूंगरपुर और बांसवाड़ा) में 80 स्थानों पर किया जाएगा। इस योजना में मोबाइल वेन के माध्यम से 5 रुपए में सुबह का नाश्ता एवं 8 रुपए में खाना उपलब्ध कराया जाएगा।
ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट का आयोजन संभाग स्तर पर भी किया जाएगा। अगले एक वर्ष में बीकानेर सहित 4 संभागों में ग्राम का आयोजन किया जाएगा।
इन विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण
- बीकानेर में 9.50 करोड़ की लागत से रवीन्द्र रंगमंच का सुधार एवं लोकार्पण।
- 5 करोड़ 89 लाख रूपये से मुरलीधर व्यास जोन में 12 एमएलडी एसटीपी का निर्माण।
- 3 करोड़ 30 लाख की लागत से नगर विकास न्यास, बीकानेर के प्रशासनिक भवन का लोकार्पण।
- 2 करोड़ 65 लाख की लागत से बीकानेर शहर में हेरिटेज रूट कार्य का लोकार्पण।
- बीकानेर रेलवे स्टेशन प्रवेश द्वार पर 18 लाख 80 हजार की लागत से बादल महल पेंटिंग कार्य का लोकार्पण।
- राजकीय आईटीआई भवन, नावां (नागौर), खो-नागोरियान (जयपुर), बाप (जोधपुर), संगरिया (हनुमानगढ़), छतरगढ़ (बीकानेर), रामसर (बाड़मेर), खाजूवाला (बीकानेर), रामगढ़ (अलवर), चौथ का बरवाड़ा (सवाई माधोपुर), भदेसर (चित्तौड़गढ़), बसवा (दौसा), सिकराय (दौसा), नावां (नागौर) में कुल 91 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से राजकीय आईटीआई भवन का लोकार्पण।
- 10 करोड़ से निर्मित सरदार पटेल आयुर्विज्ञान महाविद्यालय पीबीएम सम्बद्ध चिकित्सालय, बीकानेर में एकीकृत ओपीडी विंग एवं इंवेस्टीगेशन ब्लॉक का लोकार्पण।
- 3 करोड़ रुपए लागत से निर्मित राजकीय महाविद्यालय, लूणकरणसर के भवन का लोकार्पण।
- 6 करोड़ 80 लाख की लागत से स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल स्कूल भवन, उपनी (श्रीडूंगरगढ़) का लोकार्पण।
- 75 लाख की अनुमानित लागत वाली शहरी पीएचसी बीछवाल (बीकानेर) का शिलान्यास।
- मुख्यमंत्री जन आवास योजना के अन्तर्गत बीकानेर के करमीसर ग्राम में अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट का शिलान्यास। अनुमानित लागत 40 करोड़ रुपए।
- 86 करोड़ 90 लाख की अनुमानित लागत से बीकानेर जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यों का शिलान्यास।
- 34 करोड़ 71 लाख की लागत से बीकानेर जिले में ग्रामीण गौरव पथ तथा 10 करोड़ की लागत से शहरी गौरव पथ निर्माण कार्यों का शिलान्यास।
- 19 करोड़ 72 लाख की लागत से बीकानेर जिले में नॉन पेचेबल सड़कों का नवीनीकरण।
- 29 करोड़ 5 लाख की लागत से शहरी क्षेत्रों में राष्ट्रीय राजमार्गों का नवीनीकरण।
- 103 करोड़ की अनुमानित लागत से सरदार शहर लूणकरणसर सड़क का शिलान्यास।
बीकानेर को दी ये सौगातें
गंगाशहर में आरयूआईडीपी-3 के तहत 180 करोड़ रुपए की लागत से सीवरेज के कार्य शीघ्र ही शुरू कराए जाएंगे। इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
बीकानेर शहर में 150 करोड़ रुपए की लागत से अमृत योजना के तहत कार्य कराए जाएंगे। 113.58 करोड़ के सीवरेज, 34.95 करोड़ के जलापूर्ति एवं ढाई करोड़ रुपए के हरित क्षेत्र और पार्क विकसित करने के कार्य करवाए जाएंगे।
96 करोड़ रुपए की लागत से गजनेर लिफ्ट केनाल का कार्य मार्च 2016 में पूर्ण हो गया है। इससे 62 गांव-ढाणियां लाभान्वित हो रहे हैं।
106 करोड़ रुपए की लागत वाले कोलायत लिफ्ट केनाल का काम जनवरी, 2017 तक पूरा हो जाएगा, जिससे 133 गांव-ढाणियां लाभान्वित होंगे।
48 करोड़ की लागत से 40 एमएलडी अतिरिक्त पानी बीकानेर शहर को देने के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम जनवरी, 2017 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
3 साल में विकास ने यूं पकड़ी रफ्तार
क्षेत्र | वर्तमान सरकार के 3 वर्ष | पिछली सरकार के 5 साल |
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सड़क निर्माण पर कुल व्यय | 20522 करोड़ | 9157 करोड़(3 साल) |
नई सड़क निर्माण पर व्यय | 4565 करोड़ | 2993 करोड़ |
शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की पेयजल परियोजनाओं पर व्यय | 13006.40 करोड़ | 12225.47 करोड़ |
वृहद् पेयजल परियोजनाओं से लाभान्वित गांव एवं ढाणियां | 3186 | 2775 |
किसानों को ऋण | 45,691.26 करोड़ | 43,402.45 करोड़ |
कृषकों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण | 22.79 लाख | 13.38 लाख |
जयपुर/बीकानेर, 13 दिसम्बर 2016