चोरबावड़ी ने कैद कर लिया आसमानीए पानी पहाड़ों के आंचल में जल संरचनाएं यौवन पर
उदयपुर जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान ने कई ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण से आत्मनिर्भरता की मंशा साकार हो रही है।
इन्हीं में गोगुन्दा पंचायत समिति अंतर्गत चोरबावड़ी ग्राम पंचायत है जहां बनी जल संरचनाएं ग्रामीणों के लिए आकर्षण का केन्द्र भी है और जल स्वावलंबन के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साकार होने की प्रतीक भी बनी हुई हैं। इस ग्राम पंचायत में हाइवे के पास ही पहाड़ियों के बीच तीन स्थानों पर बनी नाड़ियां (एमपीटी अर्थात मिनी परकोलेशन टैंकद्) देखने लायक हैं। तीनों में इस बार की बारिश में भरपूर पानी भरा और काफी पैमाने पर पानी जमीन में उतरा भी।
इनमें तलीघाटी में 70 हजार रुपये की लागत से 2ण्50 टीसीएम क्षमता की एमपीटी बनी है। इसका जलग्रहण क्षेत्र 1200 हेक्टर है। बांसड़ा में धोलीघाटी में 65 हजार की लागत से 1.25 टीसीएम जल संग्रहण क्षमता की एमपीटी बनाई गई है। इसका जलग्रहण क्षेत्र 8 हेक्टर है। इसी बांसड़ा गांव में जीएसएस के निचली तरफ 70 हजार की लागत से 1ण्80 टीसीएम जलधारण क्षमता वाली एमपीटी बनी है जिसका जलग्रहण क्षेत्र 16 हेक्टर है। इन नाड़ियाें के इर्द.गिर्द 150-150 की संख्या में राम बाँसए स्टाइलो हमेटा घास लगानेए बीजारोपण व कटिंग लगाने व पौधरोपण का काम किया गया है ताकि बहुउद्देशीय उपयोग सामने आ सके।
इन नवीन जलाशयों से क्षेत्रवासी उत्साहित हैं। आस-पास के कुओं में पानी का स्तर बढ़ा है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि अब उन्हें पानी की समस्या नहीं रहेगी। पशुओं के लिए पेयजल का संकट भी दूर हो गया है।
जयपुर 12 अगस्त 2016
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