श्रवण को मिली नई जिन्दगी
जालोर जिले के गोडी जी का मन्दिर के अम्बालाल व फुलवती के सात माह के बेटे श्रवण को चिकित्सको ने जब हृदय रोग की बीमारी बताई तो उनके पैरो के नीचे की जमीन खिसक गई। अम्बालाल जालोर शहर में पानी पतासी का ठेला लगाता है उसके घर की आर्थिक स्थिती काफी खरब थी। ऐसे में उसके कलेजे के टुकडे को हृदय की बीमारी हो गई जिसका उपचार कराने में वो असमर्थ था। इसी दौरान राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की मोबाइल हैल्थ टीम ने उसके गांव के आंगनवाडी में श्रवण की बीमारी को चिन्हित किया।
मोबाइल हैल्थ टीम ने उसे उपचार हेतु जिला अस्पताल पर रेफर किया जहाॅ पर उसकी शिशु रोग विशेषज्ञ द्वारा बच्चे की जाॅंच की गई व उसको जिला अस्पताल में उपचार की व्यवस्था नहीं होने के कारण आरबीएसके में पेनलित चिकित्सालय नारायणा हरदयालया जयपुर में रेफर किया। जहाॅ पर डाॅ0 अंकित माथुर ने बच्चे का ऑपरेशन कर बच्चे को नया जीवन दिया।
अब श्रवण स्वस्थ है व उसके माता-पिता श्रवण को स्वस्थ देखकर प्रसन्न है एवं आरबीएसके के माध्यम से श्रवण को नई जिन्दगी मिलने पर रबीएसके
आभारी है।