शक्तियों का विकेन्द्रीकरण कर निर्णय में तेजी लाएं
उद्योग एवं एमएसएमई विभाग की समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि अधिकारी शक्तियों को अपने पास केन्द्रित रखने के बजाय आवश्यकतानुसार विकेन्द्रीकरण करते हुए अपने अधीनस्थ अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करें, ताकि निर्णय लेने और उन्हें क्रियान्वित करने की प्रक्रिया में तेजी आए।
श्रीमती राजे बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर उद्योग तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग की बजट घोषणाओं पर हुई प्रगति की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने कहा कि अब समय अलग-थलग होकर काम करने का नहीं बल्कि जहां भी अच्छा काम हो रहा है उसका अध्ययन कर उसे अपने यहां लागू करने का है। अधिकारी पूरे प्रदेश के विकास के विजन को ध्यान में रखकर काम करें।
मुख्यमंत्री ने ईज आॅफ डूइंग बिजनेस एवं निवेश प्रोत्साहन के क्षेत्र में पंजाब, मध्यप्रदेश एवं गुजरात में किए जा रहे सुधारों का अध्ययन करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने केन्द्रीय एमएसएमई मंत्रालय के अधिकारियों से समन्वय बनाकर नागौर के हैण्डटूल कारीगरों का क्लस्टर विकसित करने का काम जल्द शुरू करने को कहा।
बैठक के दौरान प्रमुख शासन सचिव उद्योग श्रीमती वीनू गुप्ता ने रिसर्जेंट राजस्थान समिट के आयोजन उपरांत फीडबैक एवं फाॅलोअप गतिविधियों के संबंध में एक प्रस्तुतीकरण दिया। आयुक्त बीआईपी श्री वैभव गालरिया ने मुम्बई में आयोजित मेक इन इण्डिया वीक के दौरान राजस्थान पैवेलियन की गतिविधियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
प्रमुख शासन सचिव एमएसएमई श्री राजीव स्वरूप ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग से संबंधित बजट घोषणाओं की क्रियान्विति का ब्यौरा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि जयपुर, जोधपुर एवं अजमेर में एमएसएमई फैसिलिटेशन सेंटर संचालित किए जा रहे हैं और सभी जिलों में ऐसे सेंटर शुरू किए जायेंगे।
बैठक में उद्योग मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, मुख्य सचिव श्री सीएस राजन, राजसीको के एमडी श्री जसवंत सम्पतराम, उद्योग आयुक्त श्री अभय कुमार सिंह, आयोजना सचिव श्री अखिल अरोड़ा सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
जयपुर, 17 फरवरी 2016