शहरों के सतत् विकास में नागरिकों को बनाना होगा सहभागी
म्यूनिसिपालिका-2015 का शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि हमें अपने देश, राज्य एवं शहरों को ऐसा बनाना है कि आने वाली पीढि़यां भी यहां खुली हवा में सांस ले सकें। इसके लिए नागरिकों को सुशासन एवं सतत् विकास में सहभागी बनाना आवश्यक है।
श्रीमती राजे बुधवार को सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेन्टर में स्मार्ट शहरों और सतत आवास पर 13वीं अन्तर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस एवं प्रदर्शनी ‘म्यूनिसिपालिका-2015‘ के शुभारंभ के अवसर पर सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि लोगों को भी समझना चाहिए कि सम्पत्ति, पानी आदि के करों से जो राशि आती है वह उन्हीं शहरों एवं कस्बों के विकास पर खर्च होती है, जिनमें वे रहते हैं।
जयपुर के संस्थापकों से लें प्रेरणा
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम इस सभागार में बैठकर सतत शहरी विकास और स्मार्ट सिटीज के बारे में विचार-विमर्श कर रहे हैं। हमें जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जयसिंह और नगर की योजना-रचना का खाका तैयार करने वाले विद्याधर भट्टाचार्य जी की दूरदर्शी सोच और विजन से सीख लेनी चाहिए, जिन्होंने 1727 में देश के पहले नियोजित शहर के रूप में जयपुर की स्थापना की थी। ग्रिड प्लानिंग के साथ बसाये गये परकोटे की खूबसूरती आज भी देखते ही बनती है। आज बढ़ती आबादी के साथ बड़े होते हमारे शहरों के विकास का अगला चरण उसी दूरदर्शिता के साथ पूरा कर हमें लोगों को एक बेहतर जीवन देना है।
कार्बन उत्सर्जन कम करने के प्रयास
श्रीमती राजे ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के कारण हवा की गुणवत्ता खराब होने की खबरें इन दिनों सुर्खियों में हैं। हम नहीं चाहते कि हमारे शहरों की यह स्थिति हो। इसलिए पर्यावरण स्वच्छता की दिशा में महत्त्वपूर्ण पहल करते हुए हमने राज्य के सभी 33 जिलों के कलक्टर को निर्देश दिये हैं कि वे कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के लिए जल्द कदम उठायें। कार्बन फुटप्रिंट में कमी लाने के लिए शहरी कचरा प्रबंधन, पौधारोपण, जल संरक्षण, प्लास्टिक रिसाइक्लिंग व्यवस्था आदि को मजबूत करने के साथ-साथ सौर एवं पवन ऊर्जा को बढ़ावा देने जैसे कदम उठाये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘एक्ट लोकली टू इम्पैक्ट ग्लोबली’ रणनीति के तहत उठाये गये इस कदम से राज्य को हरा-भरा, स्वच्छ एवं प्रदूषण मुक्त करने में सहायता मिलेगी। पेरिस में सम्पन्न हुए संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के संदर्भ में ग्लोबल वाॅर्मिंग और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए राजस्थान की यह विशेष पहल है। उन्होंने कहा कि जयपुर जोधपुर एवं उदयपुर जैसे खुबसूरत शहरों की खुबसूरती बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे है। पहली बार राजस्थान में एन्टी डिफेसमेन्ट एक्ट (विरूपण निरोधक कानून) लागू किया गया है, ताकि शहरों एवं यहां की इमारतों की खूबसूरती कोई बिगाड़ नहीं सके।
नवाचारों को अपनाएं
श्रीमती राजे ने राज्य के स्थानीय निकायों के प्रमुखों एवं पार्षदों का आह्वान किया कि वे सरकार पर ही आश्रित होकर न रहें। वे दुनिया में शहरों के विकास के लिए हो रहे नवाचारों एवं प्रयासों को समझें तथा उन्हें अपने क्षेत्रों में अपनायें। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है कि प्रदेश के चार शहर स्मार्ट सिटी एवं 29 शहर अमृत योजना में चयनित हुए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने शहरों से लगाव बढ़ाना होगा। जनप्रतिनिधियों को आमजन को समझाना होगा कि शहरों के विकास में उनकी भी भागीदारी महत्वपूर्ण है।
छोटे-छोटे बदलावों से बढ़ सकती है खूबसूरती
मुख्यमंत्री ने कहा कि कनाडा में शहरों के विकास में आज भारतीय महत्त्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं तो वे अपने देश में ऐसा क्यों नहीं कर सकते। हमें लोगों को शहरों के विकास में साथ आने के लिए प्रेरित करना चाहिए। शहरों में बनाये गये बाग-बगीचे ही हमारे स्वस्थ जीवन को आगे बढ़ाते हैं। छोटे-छोटे बदलाव भी हमारे शहरों को खूबसूरत एवं स्वच्छ बनाये रखने में महत्त्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
कचरा प्रबंधन के स्मार्ट समाधान खोजें
नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री श्री राजपालसिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान सरकार ने सतत शहरी विकास के क्षेत्र में कई नवाचार किये हैं। सभी शहरों एवं कस्बों के लिए मास्टर प्लान तैयार करने और मौजूदा स्ट्रीट लाइटिंग को ऊर्जा दक्ष एलईडी से बदलने की शुरूआत करने वाला राजस्थान पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि नगर नियोजकों को बदलते समय की वास्तविकता को स्वीकार करते हुए कचरा प्रबन्धन के स्मार्ट समाधान खोजने पर काम करना चाहिए।
श्रीमती राजे ने प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया। उन्होंने व अन्य अतिथियों ने न्यूज लेटर ’अरबन न्यूज डाइजेस्ट’ एवं काॅन्फ्रेन्स डायरेक्ट्री का भी विमोचन किया।
उद्घाटन समारोह में एडीबी की कन्ट्री डायरेक्टर एम. टेरेसा खो ने कहा कि नीतिगत सुधारों को अपनाकर राजस्थान एक बेहतर निवेश स्थल के रूप में उभर रहा है, जिसका श्रेय मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे का जाता है। उन्होनें कहा कि प्रोजेक्ट क्रियान्वयन में राजस्थान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों में से एक है। यूएन हैबिटाट के भारत में कंट्री रिप्रजेंटेटिव श्री एलन गिमार्ड ने कहा कि शहरीकरण के लिए हमें इसके सकारात्मक पहलुओं को देखना होगा।
इस अवसर पर भारत में कनाडा के उच्चायुक्त श्री नादिर पटेल, जयपुर के महापौर श्री निर्मल नाहटा, केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव डाॅ. समीर शर्मा, यूएनडीपी के रेजीडेंट काॅर्डिनेटर श्री यूरी अफांसिव, गुड गवर्नेंस इंडिया फाउंडेशन के सलाहकार श्री वी. सुरेश सहित वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न देशों से आए प्रतिनिधि एवं विषय विशेषज्ञ उपस्थित थे।
जयपुर, 9 दिसम्बर 2015