शास्त्रीय एवं लोकसंगीत के सुरीले संगम से अभिभूत हुए देशी-विदेशी मेहमान
रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशीप समिट-2015
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की गरिमामय उपस्थिति में रिसर्जेंट राजस्थान समिट-2015 की पूर्व संध्या पर बुधवार को होटल जयमहल पैलेस के प्रागंण में ग्रैमी अवार्ड से सम्मानित मोहनवीणा वादक पं. विश्वमोहन भट्ट एवं मरूधरा के नामचीन लोकगायक श्री गाजी खान ने शास्त्रीय एवं लोकसंगीत की शैलियों पर आधारित प्रस्तुतियों से देश-विदेश से आए मेहमानों को अभिभूत कर दिया।
कार्यक्रम में पं. विश्वमोहन भट्ट की मोहनवीणा श्री अनवर खान मांगणियार की सुरीली तानों, श्री गाजी खान के खड़ताल वादन, श्री घेवर खान के कमायचा, श्री फिरोज खान की ढोलक एवं श्री हिमांशु महन्त के तबला वादन ने सभी पावणों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम की शुरूआत कलाकारों ने राजस्थान के सुप्रसिद्ध ’गीत केसरिया बालम आओ नी, पधारो म्हारे देस’ से की। इसके बाद ’हिल मिल बरसे मेघ’, ’आवै हिचकी’ और लोकदेवता बाबा रामदेव के प्रति श्रद्धा अर्पित करते हुए ’म्हारो हैलो सुनो जी रामा पीर’ की सुमधुर प्रस्तुतियों से सारे वातावरण को आनन्दमय बना दिया।
पं. विश्वमोहन भट्ट ने इस अवसर पर ’मीटिंग बाई दा रिवर’ की विहंगम प्रस्तुति दी। इसी प्रस्तुति पर उन्हें अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ग्रैमी अवार्ड से सम्मानित किया गया था। कार्यक्रम में श्रोता, शास्त्रीय एवं लोकसंगीत के फ्यूजन को सुनकर भाव-विभोर हो उठे। सुर एवं वाद्य यंत्रों के इस अनूठे संगम से निकली स्वर-लहरियों ने इस सांस्कृतिक कार्यक्रम को अविस्मरणीय बना दिया। कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे सहित सभी मेहमानों ने कलाकारों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट से कार्यक्रम स्थल को गुंजायमान कर दिया।
कार्यक्रम में राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्यों, केन्द्रीय मंत्री, जनप्रतिनिधिगण, जापान, सिंगापुर, दक्षिण आॅस्ट्रेलिया, इटली के प्रतिनिधिमण्डल, देश-विदेश से आए मेहमान एवं राज्य की विभिन्न सेवाओं से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे।
जयपुर, 18 नवम्बर 2015