हिमालय का पानी पहुंचाकर हमने वादा निभाया
पोकरण-फलसूंड-बालोतरा-सिवाना पेयजल परियोजना का लोकार्पण
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने गुरूवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पोकरण-फलसूंड-बालोतरा-सिवाना वृहद् पेयजल आधारभूत परियोजना का लोकार्पण किया। इसके साथ ही बालोतरा कस्बे में नहरी मीठे पानी की आपूर्ति शुरू हो गई। इस परियोजना के अंतिम छोर पर स्थित सिणधरी और सिवाना तक भी जल्दी ही पानी पहुंचाया जाएगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासां की बदौलत प्रदेश के विभिन्न इलाकां में नहरी मीठा पानी आमजन को उपलब्ध हो पाया है। बालोतरा में हिमालय के मीठे पानी की आपूर्ति से आमजन को राहत मिलेगी और इस क्षेत्र के लोग खारे पानी और फ्लोराइड के अभिशाप से मुक्त हो जाएंगे। उन्हांने कहा कि इंदिरा गांधी नहर परियोजना आधारित 1454 करोड़ रूपये की इस परियोजना से बाड़मेर जिले के बालोतरा के अलावा सिवाना और 386 गांवों को मीठा पानी मिलना सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से बाड़मेर रिफाइनरी के लिए भी रोजाना 2 करोड़ लीटर पानी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नाकोड़ा और आसोतरा के लिए भी पाइप लाइन का कार्य पूरा किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बालोतरा में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस क्षेत्र को हिमालय का मीठा पानी पहुंचाने का वादा पूरा कर हमने यहां के निवासियों की वर्षों पुरानी समस्या दूर की है। इसके लिए हमने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान वर्ष 2004 में ही प्रयास शुरू कर दिए थे। वर्ष 2005 में इस योजना को स्वीकृति भी दे दी गई थी लेकिन सरकार बदलते ही इस योजना के कार्य की गति धीमी हो गई।
श्रीमती राजे ने कहा कि हमने फिर से सरकार में आते ही इस परियोजना के काम को गति प्रदान की और बीते चार साल में 1427 करोड़ रूपये व्यय कर इस मुश्किल परियोजना को अमलीजामा पहनाया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को खारे पानी से निजात दिलाने के लिए 283 किमी लम्बी पाइप लाइन बिछाई गई तथा कहीं-कहीं तो 50 फीट गहराई में पाइप लाइन बिछाने का काम किया गया।
इस अवसर पर पीएचईडी मंत्री श्री सुरेन्द्र गोयल, राजस्व राज्य मंत्री श्री अमरा राम चौधरी (बालोतरा में), प्रमुख शासन सचिव पीएचईडी श्री रजत कुमार मिश्र, बाड़मेर जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते (बालोतरा में) सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं गणमान्यजन उपस्थित थे।
जयपुर, 27 सितम्बर 2018