जल स्वावलम्बन अभियान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के कार्यों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने पर खुशी जताई और इसके लिए अभियान से जुड़े विभागों को बधाई दी। ब्रिक्स देशों के साथ ही नामीबिया सहित अन्य देशों ने जल स्वावलम्बन अभियान के कार्यों को देखा है और इन्हें अपने देशों में भी लागू करने की संभावनाएं तलाश रहे हैं।
श्रीमती राजे मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पर मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण के शेष रहे कार्यों को अतिशीघ्र पूरा किया जाए और दूसरे चरण की तैयारियों को गति दी जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि दूसरे चरण का सर्वे कार्य समय पर पूरा कर शीघ्र डीपीआर तैयार की जाए।
बैठक में बताया गया कि बारिश तथा अन्य कारणों से दूसरे चरण के सर्वे के काम में बाधा आई और विलम्ब हुआ है। शीघ्र ही सर्वे कार्य पूरा कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अभियान से जुड़े हुए विभाग अपने-अपने कार्यों को निर्धारित समय पर पूरा करें और तालमेल के साथ कार्य करें।
श्रीमती राजे ने कहा कि अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए बनाए गए उप समूह बैठकें कर अभियान में जनभागीदारी बढ़ाने के प्रयास करें ताकि अभियान का प्रदेशवासियों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
बैठक में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री श्री सुरेन्द्र गोयल, नगरीय विकास मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी, जल संसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री श्री राजकुमार रिणवा, राजस्थान रिवर बेसिन प्राधिकरण के चेयरमेन श्री श्रीराम वेदिरे, मुख्य सचिव श्री ओपी मीणा, मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद् के उपाध्यक्ष श्री सीएस राजन, अतिरिक्त मुख्य सचिव वन श्री एनसी गोयल सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
जयपुर, 25 अक्टूबर 2016