भामाशाह बीमा योजना गरीब मरीजों की संजीवनी
हेड़ी व्यवसायी की आंखों में लौटी रोशनी।
प्रतापगढ़ के तलाई मौहल्ला निवासी कैलाश चन्द्र की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और 45 साल की उम्र में भी वह ठेले में फल बेचकर गुजर-बसर करता है। उसे आंखों से देखने में तकलीफ हुई और आंखों की जांच में उसकी दाहिनी आंख में झिल्ली से जुड़ी टेरिजियम बीमारी होने से उसे रोजी-रोटी का संकट खड़ा हुआ।
कैलाश को आंख उपचार के चिंता से अधिक होने वाले ईलाज खर्च की थी। उसने प्रतापगढ़ के जिला अस्पताल में जाकर चिकित्सक की देखरेख में भर्ती होकर उपचार लिया। चिकित्सक ने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत् कैलाश को पूरा निशुल्क उपचार मिलने की जानकारी दी तो उसे बहुत मानसिक ढ़ांढ़स मिला। कैलाश राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में पंजीकृत है एवं योजना के प्रावधान के अनुसार जिला अस्तपाल में उसकी दाहिनी आंख की झिल्ली की टेरिजियम सर्जरी एवं औशधियों का पूर्णतया निशुल्क उपचार मिला।
आज कैलाश अपनी दोनों आंखों से सामान्य प्रकार से देख सकता हैं एवं पूर्ण स्वस्थ है। वह भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना को अपने जीवन की संजीवनी बूटी बताकर प्रसन्न है।
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