भामाशाह योजना ने राजस्थान में इतिहास रचने का काम किया
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि करीब एक दशक पहले जब देश में किसी ने वित्तीय समावेशन और डायरेक्ट बेनेफिट ट्रान्सफर के बारे में सोचा भी नहीं था तब राजस्थान में हम भामाशाह योजना लेकर आए थे। इस योजना में जो काम हुआ है उसने राज्य में नया इतिहास रचने का काम किया है।
श्रीमती राजे बुधवार को झालावाड़ जिले के झालरापाटन में पंजाब नेशनल बैंक के कृषक प्रशिक्षण केन्द्र और ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) का शुभारम्भ करने के बाद समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। अपनी तरह के राज्य के पहले इस प्रशिक्षण केन्द्र में किसानों और युवाओं को एक साथ कृषि एवं एग्रो प्रोसेसिंग तथा अन्य क्षेत्रों में कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तीकरण को समर्पित इस योजना से आज करोड़ों लाभार्थियों को बिना किसी लीकेज के जननी सुरक्षा, पेंशन तथा राजश्री जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का सीधा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जब हम यह योजना ला रहे थे तब पंजाब नेशनल बैंक ऐसा बैंक था जिसने हमें आगे बढ़कर सहयोग किया और आज यह योजना गेम चेंजर साबित हो रही है।
दूर-दराज के क्षेत्रों में हो बैंकिंग सेवाओं का विस्तार
श्रीमती राजे ने इस अवसर पर बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों से दूर-दराज के क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं का विस्तार करने का आह्वान करते हुए कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को बैंकिंग से जोड़कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री ने धौलपुर जिले में महिला स्वयं सहायता समूहों की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि आज वहां इन समूहों से जुड़ी 52 हजार महिलाओं ने बैंकिंग से जुड़कर स्वयं को आत्मनिर्भर बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी भूमि पर फूड प्रोसेसिंग इकाई लगाने पर सरकार अधिकतम 20 लाख या 50 प्रतिशत तक सब्सिडी देगी। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि कौशल उन्नयन के लिए शुरू किए जा रहे इस प्रशिक्षण केन्द्र में प्रशिक्षण लेने वाले किसान और युवा अपनी आय में बढ़ोतरी कर खुशहाल बन सकेंगे।
इससे पहले पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुनील मेहता ने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत बनाए गए इस प्रशिक्षण केन्द्र की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नीमराणा के बाद बैंक द्वारा राजस्थान में स्थापित यह दूसरा कृषक प्रशिक्षण केन्द्र है। पहली बार एक ऐसा कृषक प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किया गया है जिसके साथ आरसेटी को भी जोड़ा गया है। इस केन्द्र में किसानों को कृषि एवं एग्रो प्रोसेसिंग के क्षेत्र में होने वाले तकनीकी विकास के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही आरसेटी के जरिए युवाओं को रोजगार शुरू करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षण केन्द्र का अवलोकन किया और परिसर में पौधा लगाया। इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री श्री यूनुस खान, सांसद श्री दुष्यन्त सिंह, जन अभाव अभियोग निराकरण समिति अध्यक्ष श्री श्रीकृष्ण पाटीदार, ससंदीय सचिव श्री नरेन्द्र नागर, जिला प्रमुख श्रीमती टीना कुमारी भील, विधायक श्री कंवरलाल मीणा, श्री रामचन्द्र सुनारीवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, बैंक अधिकारीगण तथा आमजन मौजूद थे।
जयपुर/झालावाड़, 24 मई 2017