स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का निवास

worldhealthday7apr2015
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों से स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार रूप देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का निवास होता है।

श्रीमती राजे ने अपने संदेश में कहा कि आज अनियमित दिनचर्या, असंयमित जीवन-शैली और हानिप्रद खानपान के कारण कैंसर, क्षय, एड्स और संक्रामक बीमारियां हमारे जीवन पर बुरा असर डाल रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने “पहला सुख निरोगी काया” का सिद्धान्त बनाया था। इसी सिद्धान्त के चलते अथर्ववेद में सौ वर्ष तक जीने की कामना की गई थी। हमें आज भी उसी जीवन-शैली का अनुसरण कर संतुलित और स्वस्थ जीवन जीने के प्रयास करने होंगे ताकि हमारी ऊर्जा और संसाधन चिकित्सा क्षेत्र के बजाय विकास कार्यों में लगें।

श्रीमती राजे ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण एवं दूरदराज क्षेत्रों में विशेष स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराकर राज्य में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी, गम्भीर बीमारियों की बेहतर चिकित्सा, बालिका स्वास्थ्य तथा जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रयास कर रही है। आम जनता को इन सेवाओं का लाभ उठाकर स्वस्थ राजस्थान के संकल्प को साकार करने में भूमिका निभानी होगी।

जयपुर, 6 अप्रेल 2015