मुख्यमंत्री की दूरदर्शिता से द्विपक्षीय वार्ता सफल, जाट आंदोलन समाप्त
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की दूरदर्शिता, संवेदनशीलता एवं सूझबूझ के चलते भतरपुर जिले में जाट समुदाय द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की मांग के लिये चलाया जा रहा आंदोलन मंगलवार को समाप्त हो गया।
श्रीमती राजे के निर्देश पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डाॅ. अरूण चतुर्वेदी ने भरतपुर जाकर जाट समुदाय के प्रतिनिधियों से वार्ता की तथा उन्हें मुख्यमंत्री की मंशा से अवगत कराया।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डाॅ. अरूण चतुर्वेदी एवं डीग-कुम्हेर विधायक श्री विश्वेन्द्रसिंह के मध्य शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई द्विपक्षीय वार्ता के दौरान चार मुद्दों पर सहमति बनी जिससे जाट आरक्षण आंदोलन समाप्त करने का निर्णय लिया गया।
वार्ता में राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डाॅ. अरूण चतुर्वेदी ने इन मुद्दों के संबंध में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे इस समस्या का समाधान चाहती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन कर दिया गया है। राज्य सरकार आगामी विधानसभा सत्रा में यह विधेयक पेश करने का निर्णय ले चुकी है। अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य भरतपुर एवं धौलपुर जिले के क्षेत्रों की यात्रा करेंगे और दोनों जिलों के जाट समुदाय की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति के आंकडे राज्य सरकार को सौंपेंगे। इसके साथ ही जाट आन्दोलन समाप्ती की घोषणा हुई।
वार्ता के दौरान संभागीय आयुक्त श्री विकास सीताराम भाले, जिला कलक्टर श्री रवि जैन, पुलिस महानिरीक्षक श्री आलोक वशिष्ठ, पुलिस महानिरीक्षक आॅपरेशन श्री बीजू जाॅर्ज जोसफ, जिला पुलिस अधीक्षक श्री राहुल प्रकाश एवं जिला परिषद सदस्य श्री नेमसिंह फौजदार उपस्थित थे।
जयपुर/भरतपुर, 23 फरवरी 2016