मुख्यमंत्री ने किया जिले की विशिष्टताओं पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन
आपका जिला – आपकी सरकार कार्यक्रम नागौर
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने आपका जिला – आपकी सरकार कार्यक्रम के दूसरे दिन जवाहर लाल नेहरु टाउन हाॅल में नागौर जिले की विशिष्टताओं पर आधारित एक प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने यहां नागौरी नस्ल के बैलों की जोड़ी को देखा एवं पशुपालकों से इन बैलों की उम्र, कीमत एवं बाजार में इनकी मांग के बारे में बातचीत की।
श्रीमती राजे को पशुपालकों ने बताया कि हम इन पशुओं को अपने बच्चों से भी ज्यादा प्रेम से पालते हैं। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने तीन वर्ष से कम उम्र के गौवंशीय पशुओं के राज्य से बाहर जाने पर रोक लगा रखी है। इससे हमें भारी परेशानी हो रही है। यदि यह उम्र दो वर्ष तक हो जाये तो पशुपालकों को बहुत लाभ होगा।
हस्तशिल्प उत्पाद खरीदे
मुख्यमंत्री ने नागौर जिला खादी ग्रामोद्योग संघ द्वारा बनाए जा रहे गलीचे के कार्य को देखा एवं यहां श्रीमती राजे ने स्वयं कताई मशीन चलाकर देखी। उन्होंने मूंझ की घास से बनने वाली कूंची एवं ब्रश देखा और अपने घर की पुताई के लिए इनकी खरीददारी भी की। उन्होंने यहां नागौर की पान मेथी, राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के माध्यम से अंबुजा सीमेंट के द्वारा दी जा रही स्किल डवलपमेंट टेªनिंग एवं युवा बेरोजगारों को दिए जा रहे रोजगार के अवसरों से संबंधित स्टाॅल्स का अवलोकन किया।
श्रीमती राजे ने मार्बल हैन्डीक्राफ्ट विकास समिति मकराना द्वारा बनाये जाने वाले हस्तशिल्प उत्पाद लालटेन, घड़ी, शंख, गुलाब का फूल आदि देखे और दस्तकारों से इनको बनाने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी लेकर उनकी कारीगरी की प्रशंसा की। उन्होंने प्रदर्शनी में कपड़े पर नागौर बंधेज का काम भी देखा।
स्वच्छता अभियान से जुड़ने का दिया संदेश
मुख्यमंत्री ने पाॅलीथीन मुक्त नागौर शहर के लिये चलाये जा रहे जन जागृृति अभियान के संबंध में स्कूली बच्चों द्वारा प्रदर्शनी में लगाई गई स्टाॅल को देखा। इस स्टाॅल पर बच्चों द्वारा कागज व कपड़े की थैलियां तैयार की जा रही थी। उन्होंने बच्चों से बातचीत करते हुए कहा कि अपने घरवालों के साथ-साथ आस पड़ौस वालों को भी स्वच्छता अभियान से जोड़ें।
श्रीमती राजे नेे हस्तशिल्पकार जगदीश नट द्वारा बनाई गई कठपुतलियां एवं घोड़े देखे। उन्होंने घरों में काम नहीं आने वाले तथा नये खिलौने, आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को उपहार में देने के अभियान से संबंधित स्टाॅल का भी अवलोकन किया। उन्होंने दानदाताओं को इस अभियान से जुडने की अपील की।
चूड़ी एवं हस्त लौह उद्योग का अवलोकन
मुख्यमंत्री ने नागौर के चूड़ी उद्योग का भी अवलोकन कर चूड़ी बनाने की पूरी प्रक्रिया को देखा। उन्होंने वर्कशाॅप में जाकर यहां काम करने वाले कारीगरों से बातचीत की। उन्होंने लुहारपुरा जाकर परम्परागत ढंग से हस्त लौह उत्पादों (हैंड टूल्स) के निर्माण की प्रक्रिया को जाना और वहां तैयार किए जा रहे प्लास, हथौड़ी, पेचकस आदि हैंड टूल्स को भी देखा एवं मौके पर हैण्ड टूल्स तैयार कर रहे कारीगरों से बातचीत की।
सूफी संत हमीदुद्दीन दरगाह पर अकीदत के फूल चढाए
मुख्यमंत्री सूफी संत हमीदुद्दीन रहमत अलैह नागौरी की दरगाह गई। उन्होंने दरगाह में मजार पर अकीदत के फूल अता किए तथा चादर चढ़ाई। उन्होंने दरगाह भवन की दीवारों पर नक्काशी के काम को देखा और उसकी सराहना की।
नेशनल म्यूजियम की तर्ज पर हो पैनोरमा की लैण्डस्केपिंग
श्रीमती राजे इसके बाद अमर सिंह राठौड़ पैनोरमा पर पहुंचीं। वहां उन्होंने पैनोरमा के निर्माणाधीन कार्याें को देखा तथा धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री औंकार सिंह लखावत से पैनोरमा प्रेाजेक्ट की योजना पर बातचीत की। मुख्यमंत्री ने इस पैनोरमा को नेशनल म्यूजियम की तर्ज पर लैण्डस्केपिंग के साथ विकसित करने का सुझाव दिया।
नागौर/जयपुर, 29 अक्टूबर 2015