दूध उत्पादकों के लिए 5 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा
मुख्यमंत्री का नववर्ष पर तोहफा
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने प्रदेष के दूध उत्पादक किसानों को नववर्ष का तोहफा दिया है। राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेषन से जुड़े किसानों को अब ‘राज सरस सुरक्षा कवच बीमा योजना’ के तहत 5 लाख रुपए का व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा लाभ मिलेगा। यह सम्भवतः दुग्ध उत्पादक किसानों के लिए सर्वाधिक व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा राशि वाली देश की पहली योजना है।
मुख्यमंत्री ने सहकारिता एवं गोपालन मंत्री श्री अजय सिंह किलक को दुग्ध उत्पादक किसानों के लिए नववर्ष के अवसर पर यह सुरक्षा योजना लागू करने के निर्देश दिए थे। सहकारिता एवं गोपालन मंत्री ने बताया कि डेयरी फेडरेशन से जुड़ी दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के सदस्यों के लिए नई बीमा योजना शुरू की गई है, जिसका लाखों दुग्ध उत्पादकों को लाभ मिलेगा।
इस बीमा योजना में महिलाओं तथा एससी-एसटी के सदस्यों को विशेष सौगात दी गई है। उन्हें कम प्रीमियम पर बीमा लाभ मिलेगा। इन सदस्यों को मात्र 20 रुपए 25 पैसे वार्षिक प्रीमियम पर इस दुर्घटना बीमा लाभ मिलेगा, जबकि सामान्य सदस्यों के लिए वार्षिक प्रीमियम 24 रुपए 30 पैसे होगा।
सहकारिता एवं गोपालन मंत्री ने कहा कि इस बीमा योजना से दुग्ध उत्पादक परिवारों को दुर्घटना की स्थिति में आर्थिक संबल मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि यह दूध उत्पादक किसानों एवं उनके परिजनों के हित में लिया गया महत्वपूर्ण फैसला है।
‘राज सरस सुरक्षा कवच बीमा योजना’ के लिए राज्य सरकार ने यूनाइटेड इण्डिया इंष्योरेंस कम्पनी लिमिटेड से एमओयू किया है। इसके तहत बीमित सदस्य की मृत्यु होने पर उसके नॉमिनी को 5 लाख रुपए का बीमा लाभ मिलेगा। बीमित व्यक्ति के पूर्ण अपंग होने पर या दोनों आखें अथवा दोनों हाथ अथवा दोनों पैर से अपंग होने पर 5 लाख रुपए का बीमा लाभ और एक आंख या एक पैर या एक हाथ की अपंगता पर 2.50 लाख रुपए का बीमा लाभ प्राप्त होगा।
जयपुर, 1 जनवरी 2017