भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना से 70 वर्षीय वृद्धा को मिला सहारा
प्रदेश में कोई भी नागरिक पैसों के अभाव में अपनी बीमारी से जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष न करे, इसके लिये सरकार द्वारा संचालित भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना ने अनेक गरीबों को नया जीवन प्रदान किया है। गरीब परिवारों को इस योजना के माध्यम से निजी चिकित्सालयों में निशुल्क उपचार मिल रहा है।
श्रीगंगानगर जिले के गांव 5 केएसडी की सरबती देवी जो 70 बसन्त देख चुकी है। अब उसका और कोई नहीं सिर्फ सरकार ही सहारा है। सरबती देवी के पैर की हड्डी टूट जाने से वह पूरी तरह असहाय बन गयी थी। परिवार के लोग दिहाड़ी करने जाये या सरबती का सहारा बने। यह उनके लिये एक चुनौती थी। इस मुश्किल घड़ी में गांव के एक युवा ने ई-मित्र पर जाकर भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़े चिकित्सालयों की सूची निकाली तथा श्रीगंगानगर मुख्यालय पर अस्थि रोग विशेषज्ञ एवं भामाशाह योजना से जुड़े राजोतियां चिकित्सालय की जानकारी दी। परिवार के सदस्य ने भामाशाह कार्ड लेकर डॉ. सुभाष राजोतियां के पास पहुंचे। उन्होंने सरबती देवी का पंजीयन कर उसका उपचार प्रारंभ किया। सरबती देवी के पैर की हड्डी ऑपरेशन कर जोड़ने का खर्च 20 से 30 हजार रुपये तक था। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से सरबती देवी का निशुल्क उपचार किया गया।
सरबती देवी के पैर की हड्डी जुड़ने से अब वह किसी पर निर्भर नहीं है। सरबती देवी ने बताया कि सरकार की इस कल्याणकारी योजना से हम जैसे गरीबों को नया जीवन मिला है।
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