श्री श्रीयादे मंदिर से बदलेगी झालमंड की तस्वीर
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि कुम्हार द्वारा बनाए गए मिट्टी के बर्तन हर मजहब और हर जाति के घरों में इस्तेमाल किए जाते हैं, इसलिए आप समाज के हर वर्ग से जुड़े हुए हैं।
श्रीमती राजे बुधवार को जोधपुर के झालमंड स्थित श्री श्रीयादे माता पावन धाम मंदिर प्रांगण में आयोजित समारोह में प्रजापत समाज के लोगों को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि समाज के लोगों ने पाई-पाई जोड़कर आठ वर्ष की मेहनत से माता के इस भव्य मंदिर का निर्माण किया। यह अपने आप में बड़ा काम है। उन्होंने कहा कि इस मंदिर से इस क्षेत्र की पहचान है और यह मंदिर यहां की तस्वीर भी बदलेगा। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति ईश्वरीय शक्तियों में विश्वास रखते हैं उनका विकास निश्चित होता है।
मुख्यमंत्री ने समारोह स्थल पर ही समाज के लोगों द्वारा रखी गई मांगों पर उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। उन्होंने आदर्श विद्यालय की स्थापना और पानी की टंकी बनवाने की संभावनाएं तलाशने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र से निकल रही फोरलेन सड़क के निर्माण से झालमंड के विकास को और गति मिलेगी।
श्रीमती राजे ने इससे पहले श्री श्रीयादे माता मंदिर में पूजा-अर्चना की और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। समारोह स्थल पर कथा वाचक श्री ऋषिराज महाराज का आशीर्वाद लिया और उन्हें श्रीफल भेंट किया।
समारोह में मुख्यमंत्री को चांदी का कलश भेंट किया गया, जिसे उन्होंने स्वयं और समाज की ओर से माता के चरणों में अर्पित किया। मुख्यमंत्री ने श्रीयादे माता पावन धाम की स्मारिका व सीडी का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्री सुरेन्द्र गोयल, केन्द्रीय मंत्री श्री पीपी चौधरी, राज्य बीज निगम के अध्यक्ष श्री शंभूसिंह खेतासर, जिला प्रमुख श्री पूनाराम चौधरी, सांसद श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, श्री नारायण पंचारिया, श्री रामनारायण डूडी, शिल्प व माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष श्री हरीश कुमावत, विधायक श्री कैलाश भंसाली, श्री जोगाराम पटेल, जेडीए चेयरमैन डॉ. महेन्द्र राठौड़, शिल्प व माटी कला बोर्ड के सदस्य श्री अशोक झालामण्ड सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
माताजी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की
मुख्यमंत्री ने अपनी माताजी श्रीमती विजयाराजे सिंधिया की पुण्य तिथि पर बुधवार को जोधपुर के अरोड़ा सर्किल पर स्थापित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
जयपुर/जोधपुर, 25 जनवरी 2017