शेरनी बनकर लडूंगी, राजस्थान पर आंच नहीं आने दूंगी
मेड़तासिटी, पुंदलोता एवं परबतसर में मुख्यमंत्री की जनसभाएं
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि जिस तरह शेरनी अपने बच्चों के लिए, अपने परिवार के लिए लड़ती है उसी तरह मैं भी एक शेरनी की तरह अपने राजस्थान रूपी परिवार के लिए लडूंगी, उसकी रक्षा करूंगी, उस पर आंच नहीं आने दूंगी। राजस्थान के हर इंसान की खुशहाली के लिए हमेशा डटी रहूंगी। जिस तरह से मां अपने बच्चों को गले से लगाकर रखती है उसी तरह मैंने 36 की 36 कौमों को गले से लगाया। श्रीमती राजे मेड़तासिटी में आयोजित एक आमसभा में बोल रही थी।
उन्होंने मेड़तासिटी, पुंदलोता एवं परबतसर में कहा कि कांग्रेस के जो नेता साढ़े चार साल तक गायब थे वे आजकल अखबारों में छपकर दिखने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें साढे चार साल तक तो जनता की याद आई नहीं और चुनाव आते ही अचानक उन्हें प्रदेशवासी याद आने लगे हैं।
क्योंकि नागौर मेरा दिल है…..
मेड़तासिटी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि नागौर मेरा दिल है। जो मेरे सीने में हमेशा धड़कता रहता है। हमेशा नागौर ने मुझे जो आशीर्वाद दिया है उसे मैं कभी नहीं भूल सकती। मैंने भी नागौर जिले के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी चाहे सड़कों का विकास हो या नागौर जिले को मीठा पानी पिलाने की बात। मैंने हमेशा कोशिश की है कि नागौर जिले के लोगों का दिल से ख्याल रखूं। इस जिले का अधिक से अधिक विकास करूं। क्योंकि नागौर मेरा दिल है।
श्रीमती राजे ने कहा कि हमने एक करोड़ महिलाओं को मोबाइल देने की योजना बनाई तो कांग्रेस उसका विरोध करने लगी। बारह साल से कम की बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने वालों को हमने फांसी की सजा देने का कानून बनाया, पचास साल तक राज करने वाली कांग्रेस ने क्यों नहीं ? इससे स्पष्ट हो जाता है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हम चिंतित हैं या वो। हमने महिलाओं के लिए जन्म से लेकर वृद्धावस्था तक सहायता देने की योजनाएं बनाई, जिससे उन्हें किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना पडे़। कांग्रेस ने चिकित्सकों के पद भरने के लिए कुछ भी नहीं किया। पचास साल के शासन में कांग्रेस ने सिर्फ सात मेडिकल कॉलेज खोले जबकि हमने पांच वर्षों में ही सात कॉलेज खोल दिए। यदि कांग्रेस पर्याप्त मेडिकल कॉलेज खोल देती तो आज डॉक्टरों की कमी नहीं होती। ये अंतर है कांग्रेस और भाजपा की सरकार में कि जो कांग्रेस ने पचास साल में नहीं किया वो हमने पांच साल में कर दिखाया। एक तरफ उनके पचास साल हैं और दूसरी तरफ हमारे पांच साल।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से तीस हजार से लेकर तीन लाख रूपये तक का जरूरतमंद लोगों का मुफ्त में इलाज करवाया जा रहा है। पंद्रह लाख लोगों को रोजगार के अवसर दिलाने का जो वादा था हमने उसे पूरा किया। साढ़े तीन लाख सरकारी नौकरी दी जा रही हैं। मुद्रा योजना में 44.50 लाख लोगों को रोजगार के लिए लोन दिया गया।
कांग्रेस के पास बातें बहुत, काम कम
श्रीमती राजे ने विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास बातें बहुत और काम कम हैं। हमारे पास बातें कम काम ज्यादा है। कांग्रेस का काम तो सिर्फ यह है कि चुनाव के समय दिखना और फिर गायब हो जाना।
28 से 30 सितम्बर तक मनाया जाएगा पराक्रम पर्व
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के बहादुर जवान मातृभूमि की रक्षा में अपने जीवन का जो त्याग और समर्पण करते हैं उनका उत्साह बढ़ाने के लिए भारतीय सेना द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्ष गांठ पर 28 सितम्बर से 30 सितम्बर तक पराक्रम पर्व मनाया जाएगा। उन्होंने प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि वे अपने घरों में दिए जलाकर भारत को गौरवान्वित करने वाले हमारे जांबांज सैनिकों की बहादुरी को याद करें।
पैक्स और लैम्प्स के व्यवस्थापकों का बनेगा जिला स्तरीय सामान्य कैडर
श्रीमती राजे ने डेगाना के पुंदलोता में कहा कि प्रदेश में सहकारिता के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पैक्स और लैम्प्स के व्यवस्थापकों का अलग से जिलास्तरीय सामान्य कैडर बनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि प्रदेश की 6 हजार 400 से अधिक ग्राम सेवा सहकारी समितियों के व्यवस्थापक इस संबंध में मांग कर रहे थे।
पूर्व सांसद स्व. रामरघुनाथ चौधरी की प्रतिमा का अनावरण
पुंदलोता में श्रीमती राजे ने सहकारिता मंत्री श्री अजयसिंह किलक के पिता एवं पूर्व सांसद स्व. रामरघुनाथ चौधरी की प्रतिमा का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. चौधरी जमीन से जुड़े जननेता थे। एक सजग जनप्रतिनिधि के रूप में उन्होंने जनमानस पर अमिट छाप छोड़ी थी।
नागौर जिले में 7 हजार करोड़ के विकास कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते साढे़ 4 साल में नागौर जिले में 7 हजार करोड़ रूपये के विकास कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि बिजली नेटवर्क के सुधार के लिए 200 करोड़ रूपये सहित नागौरवासियों को फ्लोराइड की समस्या से निजात दिलाने और उन्हें मीठा पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कई पेयजल योजनाएं सफलतापूर्वक लागू की गई हैं। उन्होंने कहा कि मेड़ता में कुल 52 ग्राम पंचायतों में से 51 में ग्रामीण गौरव पथ स्वीकृत किए गए हैं।
सहकारिता मंत्री श्री अजयसिंह किलक ने डेगाना में सरकारी महाविद्यालय खोलने तथा नागौर जिले में हिमालय का मीठा पानी पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने मेड़ता में भक्त शिरोमणि मीराबाई के मन्दिर में दर्शन एवं पूजा की। उन्होंने चर्तुभुज नाथ जी के भी दर्शन किए और प्रदेश की खुशहाली एवं उन्नति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने मन्दिर परिसर में महिलाओं से मुलाकात की तथा मीराबाई स्मारक के निर्माण के 10 वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक स्मारिका का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर मेड़ता, पुंदलोता एवं परबतसर में आयोजित जनसभाओं में केन्द्रीय खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री श्री सीआर चौधरी, प्रदेश के सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री यूनुस खान, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री बाबूलाल वर्मा, सांसद श्री हरिओम सिंह राठौड़, श्री रामनारायण डूडी, पशुधन विकास बोर्ड अध्यक्ष श्री जसंवत विश्नोई, माटी कला बोर्ड के चैयरमेन श्री हरीश कुमावत, विधायक श्री श्रीराम भींचर, श्री सुखराम नेतडिया, श्री हबीबुर्रहमान, श्री मानसिंह किनसरिया, डॉ. मंजू बाघमार सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य जन उपस्थित थे।
मेड़तासिटी/नागौर/जयपुर, 27 सितम्बर 2018