शेखावाटी की धरती पर पहुंचाया हिमालय का पानी
बुहाना/झुंझुनूं में जनसभा
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि हमारी सरकार अथक प्रयास कर हिमालय का पानी शेखावाटी की धरती पर लाने में सफल हुई है। अब यहां के लोगों की कुम्भाराम नहर लिफ्ट परियोजना से झुंझुनूं और बग्गड़ को पीने के लिए हिमालय का मीठा पानी उपलब्ध होने लगा है। अब शीघ्र ही इस परियोजना के दूसरे चरण से बुहाना, चिड़ावा और सूरजगढ़ के 190 गांवों और 70 ढाणियों को पेयजल उपलब्ध होगा।
शहीदों का अपमान करने के लिए माफी मांगे गहलोत – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि 14 अगस्त को हमने सीमावर्ती जिलों में ‘शहादत को सलाम’ कार्यक्रम आयोजित किया। लेकिन हमारी सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर शहीदों की याद में आयोजित इस कार्यक्रम को पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने पैसे की बर्बादी बताया।
मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा है कि ऐसा कहकर पूर्व मुख्यमंत्री ने हमारे शहीदों और हमारे जांबाज सैनिकों का अपमान किया है, जिनकी वजह से आज हम और हमारा देश सुरक्षित है। शहीदों के इस अपमान के लिए प्रदेश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। उन्हें इसके लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए।
श्रीमती राजे रविवार को बुहाना एवं झुंझनूं में जनसभाओं को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि कुम्भाराम नहर लिफ्ट परियोजना के दूसरे चरण के लिए करीब 700 करोड़ रूपये की स्वीकृति दे दी गई है। इसका काम भी शीघ्र शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यमुना का पानी शेखावाटी की धरती पर लाने के लिए 24 साल पहले एमओयू हुआ था लेकिन यह परियोजना लम्बित ही बनी रही। हमारी सरकार के प्रयासों से अब केन्द्रीय जल आयोग ने ताजेवाला हैडवर्क्स से हमारे हिस्से के पानी पाइपलाइन के माध्यम से हमें पहुंचाने की स्वीकृति दे दी है। इस परियोजना की डीपीआर भी बहुत जल्दी पूरी कर काम शुरू कर दिया जाएगा। इस परियोजना का फायदा चुरू, सीकर और झुंझुनूं जिलों को मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने शेखावाटी के शहीदों को नमन करते हुए कहा कि इन्हीं शहीदों से इस धरती की पहचान है। इन शहीदों को श्रृद्धांजलि देने के लिए हमने 15 अगस्त 1947 के बाद हुए शहीदों के आश्रितों को भी सरकारी नौकरी देने के विशेष नियम बनाए। पूर्व सैनिकों को राज्य सेवाओं में 5 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ-साथ शहीदों के परिवारों को मिलने वाले सम्मान भत्ते को भी दोगुना किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी थानों में शहीदों और सैनिकों की सूची भी तैयार रखी जाएगी। सम्बंधित थानों के थानाधिकारी शहीदों के परिजनों से मिलकर उनकी समस्याओं के समाधान में मदद करेंगे।
महिलाएं मेरी ताकत हैं – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि जब भी मेरे सामने मुझे महिलाएं दिखाई देती है तो मेरा हौसला और अधिक बढ़ जाता है और मुझे बहुत ताकत मिलती है। मैंने महिला होने के नाते प्रदेश की महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए बहुत प्रयास किये। जन्म से लेकर वृद्धावस्था तक उनके लिए योजनाएं बनाई। मैंने देश में पहली बार महिलाओं को घर का मुखिया बनाया। उन्हें आर्थिक आजादी दी। आज विभिन्न सरकारी योजनाओं का पैसा उनके खातों में शत-प्रतिशत जमा हो रहा है। हमारी महिलाएं ताकतवर बनी है।
श्रीमती राजे ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में पहली बार किसानों का 50 हजार रूपये तक का कृषि ऋण माफ किया गया। राज्य सरकार ने प्रदेश के 30 लाख किसानों का कुल 9 हजार करोड़ रूपये का कृषि ऋण माफ किया है। उन्होंने कहा कि फसल बीमा के तहत अब 50 प्रतिशत खराबे के स्थान पर 33 प्रतिशत खराबे पर ही किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है। किसानों को राहत देने के लिए पिछले पौने पांच साल में किसानों की प्रति यूनिट बिजली की दरें भी नहीं बढ़ाई गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झुंझुनूं में सड़क तंत्र के लिए विकास के कई कार्य करवाए गए हैं। करीब 400 करोड़ रूपये से सीकर-लुहारू-झुंझुनूं 4 लेन का काम और 86 करोड़ रूपये से सिंहाना-बुहाना-सतनाली सड़का का कार्य करवाया जा रहा है। पिलानी-सूरजगढ़-बुहाना-पचेरी सड़क भी 13 करोड़ रूपये व्यय कर पूरी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सूरजगढ़ विधानसभा क्षेत्र की 58 ग्राम पंचायतों में से 36 में ग्रामीण गौरव पथ बनवा दिए गए हैं और शेष में भी गौरव पथ और मिसिंग लिंक की स्वीकृतियां जारी कर दी गई हैं। श्रीमती राजे ने झुंझुनूं में झुंझुनूं पुलिस की लेडी पेट्रोल टीम से मुलाकात भी की।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री अरूण चतुर्वेदी, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री बाबूलाल वर्मा, खान राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पाल सिंह, सांसद श्री मदनलाल सैनी, श्रीमती संतोष अहलावत, श्री राहुल कस्वां, श्री मनोज राजोरिया, अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री सुन्दरलाल, संसदीय सचिव श्री भैराराम सियोल, राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री प्रेमसिंह बाजोर, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
बुहाना/झुंझुनूं/जयपुर, 23 सितम्बर 2018