प्रदेश के सभी जिलों में होगी डायलिसिस सुविधा
मुख्यमंत्री ने झालावाड़ में डायलिसिस यूनिट का शुभारम्भ किया
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने सोमवार को झालावाड़ में मेडिकल काॅलेज से सम्बद्ध एसआरजी अस्पताल में डायलिसिस यूनिट का लोकार्पण किया। उन्होंने इस यूनिट का नामकरण समाज सेवी स्वर्गीय सत्यनारायण सेठी के नाम पर करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राजस्थान का पहला जिला है, जिसमें इस प्रकार की 12 बैड वाली डायलिसिस यूनिट स्थापित की गई है। अन्य सभी जिलों में भी चरणबद्ध रूप से यह सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी।
आरएसएलडीसी ने किया अच्छा काम
मुख्यमंत्री ने आरएसएलडीसी के प्रबंध निदेषक गौरव गोयल एवं उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने कौषल विकास के क्षेत्र में बहुत मेहनत की है जिसके परिणाम स्वरूप राजस्थान को एक बार फिर सर्वश्रेष्ठ
श्रीमती राजे ने इस अवसर पर कहा कि आजकल षुगर (मधुमेह) तथा अन्य बीमारियों के कारण गुर्दे के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। भारत में लगभग 10 लाख रोगियों को डायलिसिस की जरूरत होती है, लेकिन करीब एक लाख लोगों को ही यह सुविधा मिल पाती है। हर वर्ष इनमें डेढ़ लाख नए रोगी और जुड़ जाते हैं, जिनमें से केवल 15 हजार को ही डायलिसिस की सुविधा मिल पाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में करीब 52 प्रतिशत भारतीय इस बात से अनजान हैं कि उन्हें हाई ब्लड शुगर है, जबकि भारत में 65 मिलियन लोग डाइबिटीज से पीडि़त हैं। आगामी 2030 तक भारत में डाइबिटीज रोगियों की संख्या 100 मिलियन के पार होने की आशंका है। हमारे यहां भी गुर्दे के रोगियों की संख्या पर हम गौर करें तो प्रदेश में जितने रोगी हैं, उनमें से करीब 10 प्रतिशत गुर्दे के रोगी हैं, जिन्हें डायलिसिस कराने के लिए बड़े शहरों में जाना पड़ता है। वहां रोगियों की संख्या अधिक होने के कारण उन्हें लम्बा इंतजार करना पड़ता है। इससे समय और पैसे की बर्बादी होती है।
विष्व स्तरीय व्यवस्था
श्रीमती राजे ने कहा कि झालावाड़ मेडिकल काॅलेज में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पीपीपी मोड पर यह पहल की है। झालावाड मेडिकल काॅलेज, एसआरजी हाॅस्पीटल और जापान की नामी कम्पनी निप्रो से समर्थित बायोमेड एकेडमी एलएलपी के बीच गत 21 नवम्बर, 2015 को एमओयू हुआ था, जिसने आज मूर्तरूप ले लिया है। यह एक वल्र्ड क्लास व्यवस्था है, जिसमें रोगियों को बाजार दर से काफी कम दर पर डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध होगी। बीपीएल और भामाशाह स्वास्थ्य बीमा से जुड़े लोगों के लिए यह सुविधा निषुल्क उपलब्ध कराई जा रही है।
झालावाड़ से डायलिसिस टैक्नीषियन होंगे तैयार
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यहां दक्ष डायलिसिस टैक्नीषियन की भी बेहद कमी है। इस कमी को दूर करने के लिये यहां प्रति तीन माह में 20 युवाओं को ट्रेनिंग दी जायेगी, जिन्हें राज्य में हाथों-हाथ रोजगार मिल जायेगा।
ई-हैल्थ कार्ड ‘भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना‘ से जुडे़गा
मुख्यमंत्री ने कहा कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में राज्य में अब तक 43 हजार से अधिक परिवार लाभान्वित हुए हैं। राज्य के 850 राजकीय और निजी चिकित्सालयों को इस योजना से जोड़ा गया है। इसी प्रकार आरोग्य राजस्थान में 1 करोड़ 5 लाख ग्रामीण परिवारों का हैल्थ सर्वे करवाया गया है। इसकी आॅनलाइन एंट्री पूरी करके इन्हें ई-हैल्थ कार्ड से जोड़ा जायेगा तथा ई-हैल्थ कार्ड को भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़ा जाएगा।
राज्य में मेडिकल क्षेत्र में हो रहे हैं नवाचार
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चिकित्सा की दृष्टि से अनेक नवाचार किए जा रहे है। आज राजस्थान इस क्षेत्र में इतना आगे बढ़ चुका है कि लोग दूर-दूर से यहां इलाज कराने के लिये आ रहे हैं। राजस्थान में मेडिकल टूरिज्म का विस्तार हो रहा है। यहां बे्रन एन्जियोप्लास्टी भी होने लगी है, जो अब तक दिल्ली, मुम्बई और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में होती थी। इसके अलावा यहां स्किन, हार्ट, किडनी व बोनमैरो ट्रांसप्लांट भी होने लगा है। एसएमएस अस्पताल सहित कई निजी चिकित्सालयों में कैडेवर आॅर्गन ट्रांसप्लांट भी होने लगे हैं। अब राजस्थान मेडिकल हब बन गया है।
सत्य नारायण सेठी के नाम पर होगा नामकरण
मुख्यमंत्री ने सामाजिक कार्यकर्ता स्वर्गीय सत्यनारायण सेठी का स्मरण करते हुए कहा कि सबसे पहले उन्होंने झालावाड़ में डायलिसिस यूनिट लगाने की मांग की थी। वे स्वयं गुर्दे की बीमारी से पीडि़त थे, किंतु उन्होंने यह मांग अपने लिये नहीं अपितु उन गरीब लोगों के लिये की थी, जो डायलिसिस के लिये कोटा जाया करते थे। मुख्यमंत्री ने डाक बंगले के सेवानिवृत्त कर्मचारी रतनलाल का भी स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर सांसद श्री दुष्यंत सिंह, राज्य जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष श्रीकृष्ण पाटीदार, विधायक श्री रामचन्द्र सुनारीवाल, श्री नरेन्द्र नागर तथा श्री कंवरलाल मीणा, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री मुकेष शर्मा, संभागीय आयुक्त कोटा श्री रघुबीरसिंह मीणा, आरएसएलडीसी के एमडी श्री गौरव गोयल, पुलिस महानिरीक्षक श्री विषाल बंसल, पुलिस अधीक्षक श्री राजेन्द्र सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
झालावाड़, 28 मार्च 2016