राज्य बजट में स्थानीय आवश्यकताओं को प्राथमिकता
अजमेर संभाग के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक
आगामी राज्य बजट को स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने की अभिनव पहल के तहत मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने शनिवार को अजमेर संभाग के जनप्रतिनिधियों के साथ अजमेर में बैठक की और उनसे बजट संबंधी सुझाव लिए। श्रीमती राजे ने जनप्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र की प्रमुख मांगों का फीडबैक लेते हुए कहा कि प्रत्येक जिले की स्थानीय आवश्यकताओं एवं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए संभागवार बैठकें की जा रही हैं। इसके आधार पर बजट तैयार होगा और उससे प्रदेश का समग्र विकास होगा।
मिलेगा जल भागीरथ सम्मान
मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों का आह्वान किया कि वे जल स्वावलम्बन अभियान में व्यक्तिगत रूचि लेकर भागीदारी निभाएं एवं इसे आमजन का अभियान बनाएं। बैठक में नागौर जिला कलक्टर श्री राजन विशाल ने बताया कि उनके जिले में अभियान में सहयोग करने वालों को ‘जल भागीरथ’ के रूप में सम्मानित कर प्रशस्ति-पत्र देने की पहल की गई है।
श्रीमती राजे ने इसे अच्छा प्रयास बताते हुए कहा कि ऐसा अन्य जिलों में भी किया जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान को जन आन्दोलन बनाने के लिए जिला, तहसील एवं गांव स्तर पर विकास समितियां बनाने के निर्देश दिए।
श्रीमती राजे ने कहा कि जल स्वावलम्बन अभियान में वित्तीय सहयोग के साथ ही शारीरिक श्रम, जागरूकता एवं संसाधन उपलब्ध कराकर मदद की जा सकती है। प्रत्येक वर्ग इसमें सहयोग करे। यह अभियान राजस्थान को जल के क्षेत्र में स्वावलम्बी बनाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण अभियान है।
विकास योजनाओं में देरी बर्दाश्त नहीं
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि विकास योजनाएं समय पर पूरी हों, ताकि आमजन को उनका समुचित लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि योजनाओं में देरी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
बजट पर चर्चा के दौरान श्रीमती राजे ने अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर एवं टोंक जिलों के जनप्रतिनिधियों के साथ प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने जिला एवं विधानसभा क्षेत्रवार सुझाव लिए।
बैठक में केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण राज्यमंत्री प्रो. सांवरलाल जाट, नागौर के प्रभारी एवं सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री यूनूस खान, अजमेर के प्रभारी एवं शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी, भीलवाड़ा जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती अनिता भदेल, सहकारिता मंत्री श्री अजय सिंह किलक, सरकारी मुख्य सचेतक श्री कालूलाल गुर्जर, राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओंकार सिंह लखावत, संसदीय सचिव श्री सुरेश सिंह रावत, खादी बोर्ड के अध्यक्ष श्री शम्भूदयाल बडगुर्जर, सांसद श्री सी.आर. चैधरी, श्री सुखबीर सिंह जौनापुरिया और श्री सुभाष बहेडि़या, विधायक श्री भागीरथ चैधरी, श्री शंकर सिंह रावत, श्री शत्राुघ्न गौतम, श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा, श्री रामलाल गुर्जर, श्री विट्ठल शंकर अवस्थी, कीर्ति कुमारी, श्री कन्हैयालाल, श्री हीरालाल, श्री राजेन्द्र गुर्जर, श्री मनोहर सिंह, श्रीमती मंजू बाघमार, श्री हबीबुर्रहमान, श्री सुखराम, श्री श्रीराम भींचर, श्री मानसिंह किनसारिया, श्री विजय सिंह, अजमेर जिला प्रमुख सुश्री वन्दना नोगिया, महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शिवशंकर हेडा, पूर्व सांसद श्री रासा सिंह रावत, पूर्व जिला प्रमुख श्रीमती सरिता गैना, प्रोफेसर बी.पी. सारस्वत, श्री अरविन्द यादव, सम्भागीय आयुक्त श्री हनुमान सहाय मीणा, पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती मालिनी अग्रवाल, जिला कलक्टर डाॅ. आरूषि मलिक, पुलिस अधीक्षक श्री नितिन दीप बलग्गन सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
जयपुर/अजमेर, 6 फरवरी 2016