वाल्मिकी और मुस्लिम समाज की महिलाओं को निवाला खिलाकर मुख्यमंत्री ने किया अन्नपूर्णा रसोई का दूसरा चरण शुरू

मुख्यमंत्री ने विश्व खाद्य दिवस पर 51 स्मार्ट अन्नपूर्णा वैन को हरी झण्डी दिखाई

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने विश्व खाद्य दिवस के मौके पर सोमवार को गरीबों और जरूरतमंदों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराने के लिए अन्नपूर्णा रसोई योजना के दूसरे चरण की अजमेर से शुरूआत की। उन्होंने अजमेर के विजयलक्ष्मी पार्क में वाल्मिकी एवं मुस्लिम समाज की महिलाओं को अपने हाथ से निवाला खिलाकर इस योजना का श्रीगणेश किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 51 स्मार्ट मोबाइल वैनों को हरी झंडी दिखाकर उन्हें विभिन्न शहरों के लिए रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 13 दिसम्बर तक प्रदेश के सभी 191 स्थानीय निकायों में 500 स्मार्ट मोबाइल वैनों के माध्यम से मात्र 5 रुपये में नाश्ता तथा मात्र 8 रुपये में दोपहर व रात्रि का भोजन उपलब्ध कराया जायेगा।

सीएम से निवाला खाकर भावुक हुईं वाल्मिकी और मुस्लिम महिलाएं

श्रीमती राजे ने स्मार्ट रसोई वैनों को रवाना करने से पहले आनासागर में हरिजन बस्ती की श्रीमती लक्ष्मी, श्रीमती सुनीता, आनासागर घाटी की श्रीमती गीता, मुड़ा मॉर्केट की श्रीमती राधा, डीआरएम के पीछे रहने वाली श्रीमती तब्बसुम तथा गुलाबबाड़ी एकता नगर की श्रीमती रेशमा के साथ अन्नपूर्णा रसोई की टेबल पर भोजन किया तो इन महिलाओं की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मुख्यमंत्री ने इन महिलाओं के मुंह में अपने हाथ से निवाला दिया तो ये महिलाएं भावुक हो गईं।

उन्होंने कहा कि अब तक इस योजना में साधारण रसोई वैन के माध्यम से नाश्ता एवं भोजन वितरित किया जा रहा था लेकिन अब स्मार्ट रसोई वैन से भोजन वितरित होगा। उन्होंने कहा कि सभी जरूरतमंदों को पौष्टिक एवं सस्ता भोजन उपलब्ध कराने की देश की इस पहली और अनूठी योजना को हरियाणा, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्य भी लागू कर रहे हैं।

सीएम ने गौत्तम के प्रयास को सराहा

मुख्यमंत्री ने संसदीय सचिव श्री शत्रुघ्न गौत्तम के प्रयास को मंच से सराहा। उन्होंने कहा कि संसदीय सचिव गौत्तम ने केकड़ी में दो वाहन लोगों के बचे हुए भोजन को घर-घर जाकर इकठ्ठा करने के लिए लगा रखे हैं। ये भोजन इन वाहनों के माध्यम से गौशालाओं में पहुंचता है जहां गायें इन्हें खाती हैं। यह एक अनूठी पहल है। मुख्यमंत्री ने गौत्तम द्वारा केकड़ी में दो चलती-फिरती प्याऊ के माध्यम से लोगों को ठण्डा पानी पिलाने के लिए की गई व्यवस्था को भी अनुकरणीय बताया।

भोजन वितरण से लेकर फीडबैक तक की जानकारी ऑनलाइन

मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्नपूर्णा रसोई योजना में स्मार्ट किचन स्थापित की जा रही हैं। जहां अधिकतर काम मशीनों के सहयोग से किया जाता है ताकि भोजन की शुद्धता एवं गुणवत्ता बेहतर बनी रहे। अब भोजन बनाने और वितरित करने की जानकारी के साथ लाभार्थी के फीडबैक तक सम्पूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है। ऑनलाइन मॉनिटरिंग के लिये स्वायत्त शासन विभाग द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है। मोबाइल वैन से भोजन करने वाला व्यक्ति किसी भी समय वैन पर मौजूद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये खाने की क्वालिटी, वजन तथा अन्य सुविधाओं के बारे में फीडबैक इस कंट्रोल रूम को दे सकेगा। मोबाइल वैन को जीपीएस सिस्टम से जोड़ा गया है, जिससे कि उसकी रीयल टाइम लोकेशन पता चल सके।

भामाशाहों से की सहयोग की अपील

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अन्नपूर्णा रसोई योजना के लिये प्रतिवर्ष 325 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। उन्होंने संस्थाओं, दानदाताओं और आमजन से इस योजना के संचालन में सहयोग करने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि डोनेशन के लिये ऑनलाइन व्यवस्था है। भोजन पर होने वाले खर्च की पूरी जानकारी मोबाइल वैन तथा स्थानीय निकाय के कार्यालय में उपलब्ध होगी। कोई भी भामाशाह जन्मदिवस, वर्षगांठ जैसे मौके पर एक दिन, दो सप्ताह, एक महीना, 6 महीना जैसे किसी भी समयावधि के लिये श्रद्धानुसार सहयोग दे सकता है।

सभी विधायकों और मंत्रियों ने सहयोग की घोषणा की

श्रीमती राजे की अपील पर संसदीय सचिव श्री शत्रुघ्न गौत्तम ने घोषणा की कि वे एक वर्ष तक अन्नपूर्णा रसोई योजना में पैसा देकर अपने विधानसभा क्षेत्र केकड़ी में लोगों को भोजन करवाएंगे। फिर क्या था, शिक्षा राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल, संसदीय सचिव श्री सुरेश रावत और विधायक श्री भागीरथ चौधरी एवं श्री शंकरसिंह रावत ने भी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में एक वर्ष तक अन्नपूर्णा रसोई वैनों के जरिये भोजन वितरण के लिये सहयोग राशि देने की घोषणा की। अजमेर के मेयर श्री धर्मेन्द्र गहलोत ने स्थानीय अस्पताल में मोबाइल भोजन वैन के लिये एक वर्ष और अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शिव शंकर हेड़ा ने 6 माह के लिये सहयोग राशि देने की घोषणा की। वैश्य समाज, अन्य संस्थाओं और भामाशाहों ने भी सहयोग की पेशकश की, जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें स्थानीय निकाय विभाग से अपनी पेशकश दर्ज कराने को कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अजमेर शहर में 15 हजार अतिरिक्त एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी, जिससे दीपावली के समय पूरा शहर रोशनी से जगमग हो सकेगा। इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री श्री श्रीचंद कृपलानी, धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओंकारसिंह लखावत, स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मंजीत सिंह, निदेशक स्वायत्त शासन श्री पवन अरोड़ा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं आमजन उपस्थित थे।

जयपुर/अजमेर, 16 अक्टूबर 2017