जाति धर्म या पार्टी के आधार पर नहीं, सबको साथ लेकर सबका विकास किया
डूंगरपुर विधानसभा क्षेत्र में जनसंवाद
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि हमारी सरकार ने जाति, धर्म या पार्टी को आधार मानकर विकास कार्य नहीं करवाए, बल्कि सबको साथ लेकर सबका विकास किया। उन्होंने कहा कि समाज के वंचित, गरीब और जरूरतमंद तबके को लाभान्वित करना ही हमारी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का उद्देश्य है, फिर चाहे उनका सम्बन्ध किसी भी राजनीतिक विचारधारा से क्यों न हो।
श्रीमती राजे सोमवार को डूंगरपुर में डूंगरपुर विधानसभा क्षेत्र के लाभान्वितों और प्रबुद्धजनों से जनसंवाद कर रही थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि साढ़े चार साल में हमारी सरकार ने डूंगरपुर जिले में अभूतपूर्व विकास करवाया है। उन्होंने कहा कि बीते साढ़े चार साल में डूंगरपुर जिले में 8135 करोड़ रूपये के विकास कार्य स्वीकृत करवाए गए हैं, जबकि पिछली सरकार ने 5 वर्ष में 1800 करोड रूपये ही खर्च किए थे।
डूंगरपुर जिले में आंगनवाड़ी बच्चों को भी मिलेगा दूध
मुख्यमंत्री ने अन्नपूर्णा दूध योजना की तर्ज पर भामाशाहों के सहयोग से डूंगरपुर जिले के 27 हजार 900 से अधिक आंगनवाड़ी बच्चों को दूध पिलाने की पहल का भी शुभारम्भ किया। उन्होंने इस अवसर पर आंगनवाड़ी के बच्चों को अपने हाथ से दूध पिलाया। डूंगरपुर जिला प्रशासन की इस अनूठी पहल में ग्रीन मार्बल एसोसिएशन ने 15 लाख रूपए, सोप स्टोन व क्रेशर एसोसिएशन ने 3 लाख रूपए, जिला कलक्टर ने एक माह का वेतन और जिले के अधिकारी व कर्मचारियों ने एक दिन का वेतन स्वैच्छिक रूप से दिया है।
93 सड़क विकास कार्यों की सौगात
मुख्यमंत्री ने कहा कि डूंगरपुर में 166 ग्राम पंचायतों में ग्रामीण गौरव पथ के कार्य पूर्ण करवाए जा चुके हैं। उन्होंने इस अवसर पर डूंगरपुर जिले में 83 मिसिंग लिंक और 10 ग्रामीण गौरव पथ के 47 करोड़ रूपए के काम और करवाने की घोषणा की। उन्होंने मैताली सहित दो ग्राम पंचायतों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए आरओ प्लांट लगवाने की घोषणा की।
कभी था बुरा हाल, आज सड़क घनत्व के मामले में देश में सबसे आगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक वक्त था जब लोग यहां से छोटे-छोटे कामों के लिए भी अहमदाबाद जाते थे। डूंगरपुर में सड़कों का बुरा हाल था, आज वही डूंगरपुर सड़क तंत्र घनत्व के मामले में पूरे देश में सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में इस वर्ष 11 मेडिकल कॉलेज शुरू हुए हैं, जिनमें से सात राजस्थान में और उनमें से भी एक मेडिकल कॉलेज डूंगरपुर में खुला है। यहां मेडिकल छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया चल रही है और बहुत जल्दी विधिवत कक्षाएं भी शुरू हो जाएंगी। इसका लाभ पूरे क्षेत्र की जनता को मिलेगा। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई और सुन्दरता में डूंगरपुर का जो कायाकल्प हुआ है, वह किसी से छिपा नहीं है। निश्चित तौर पर पर्यटन में वृद्धि के रूप में इसका फायदा देखने को मिलेगा।
निशुल्क इलाज पर प्रदेश में खर्च किए 2100 करोड़
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने बीते साढ़े चार साल में प्रदेश में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना और निशुल्क दवा योजना पर 2100 करोड़ रूपएखर्च किए हैं। करीब 23 लाख लोगों ने प्रदेश में, डूंगरपुर जिले में 33 हजार और डूंगरपुर विधानसभा क्षेत्र में करीब दस हजार लोगों ने इस योजना में निशुल्क इलाज करवाया है। उन्होंने कहा कि निशुल्क दवा योजना पर पिछली सरकार के समय मुश्किल से दो सौ करोड़ रूपएखर्च किए गए थे, जबकि हमारी सरकार ने इस योजना में पांच सौ करोड़ रूपए खर्च किए हैं।
लाभान्वितों ने सीएम का आभार जताया तो गूंज उठीं तालियां
श्रीमती राजे ने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, राजश्री योजना और पंडित दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के लाभान्वितों को वहां उपस्थित प्रबुद्धजनों से रूबरू करवाया। हार्ट की तकलीफ का पता चलने पर गीतांजलि अस्पताल जाकर निशुल्क इलाज कराने वाली केसर पटेल ने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की सौगात देने के लिए मुख्यमंत्री का कोटि-कोटि आभार जताया, तो पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस योजना की लाभार्थी मंजुला, रूकमिणी और आकाश ने भी भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में निःशुल्क इलाज के अपने संस्मरण प्रबुद्धजनों को सुनाए।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत क्लेफ्ट पैलेट का इलाज करवाने वाली डिंपल, संजय, किरणा कॉन्जेनाइटल हार्ट डिजीज का इलाज करवाने वाली रवीना, कैट्रेक्ट का ऑपरेशन करवाने वाले रमेश सहित अन्य बच्चों से मुख्यमंत्री ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और उन्हें टॉफियां दीं।
सरकार के प्रयासों से प्रदेश में लिंगानुपात हुआ 970 प्रति हजार
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग बेटियों को बोझ न समझें और उन्हें पढ़ा लिखा कर उनका भविष्य संवारें, इसके लिए राज्य सरकार ने जो प्रयास किए, उनका सुपरिणाम है कि आज प्रदेश में लिंगानुपात सुधर कर 970 प्रति एक हजार तक पहुंच गया है। इस क्रम में राजश्री योजना गेम चेंजर साबित हुई है। इस योजना में पूरे प्रदेश में 10 लाख 50 हजार बच्चियों को 370 करोड रूपये, डूंगरपुर जिले में 21 हजार बालिकाओं को 8 करोड़ रूपए और डूंगरपुर विधानसभा क्षेत्र में 7500 बालिकाओं को ढाई करोड़ रूपएकी सहायता दी जा चुकी है।
श्रीमती राजे जब इंडोनेशिया जाकर स्केटिंग में गोल्ड मैडल जीतने वाली डूंगरपुर की 8 वर्षीय प्राइजी सरैया से मिलीं तो उसकी उपलब्धि जानकर प्रसन्न हो गईं और कहा कि हमारी बेटियां किसी से कम नहीं है और अन्य बालिकाओं को भी खेल के क्षेत्र में आगे आकर नाम कमाना चाहिए।
दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में रामेश्वरम, बालाजी और जगन्नाथपुरी जैसे तीर्थ स्थानों के दर्शन कर लौटे वरिष्ठ नागरिकों ने मुख्यमंत्री को अपने सुखद यात्रा संस्मरण सुनाए। श्रीमती राजे ने डूंगरपुर विधानसभा क्षेत्र के चिकित्सकों, एडवोकेट्स, व्यापार मंडल प्रतिनिधियों, समाजसेवियों, चार्टर्ड एकाउंटेंट्स सहित प्रबुद्धजनों से बातचीत कर क्षेत्र के विकास को लेकर उनके सुझाव जाने।
मुख्यमंत्री ने डूंगरपुर जिले में करवाए गए कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने यहां 14 हजार 826 कृषि कनेक्शन, 81 हजार परिवारों को घरेलू बिजली कनेक्शन उपलब्ध करवाए हैं। जिले में एक लाख 24 हजार परिवारों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में निशुल्क गैस कनेक्शन दिए गए हैं। न्याय आपके द्वार अभियान में एक लाख 89 हजार 855 प्रकरण और डूंगरपुर विधानसभा क्षेत्र में 61 हजार प्रकरण निस्तारित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अन्नपूर्णा रसोई योजना में 2 नगरीय निकायों में 6 अन्नपूर्णा मोबाइल वैन संचालित की जा रही हैं।
श्रीमती राजे ने प्रतिभाशाली छात्राओं को स्कूटी, दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल, पांच किसानों को फसली ऋण माफी प्रमाणपत्र तथा शुभ शक्ति योजना में बालिकाओं को चेक वितरित किए। जनसंवाद से पहले मुख्यमंत्री आमजन से मिली और अभाव-अभियोग सुने।
इस अवसर पर यूडीएच मंत्री श्री श्रीचंद कृपलानी, जलदाय राज्यमंत्री श्री सुशील कटारा, सांसद श्री हर्षवर्धन सिंह, मानशंकर निनामा, विधायक श्री देवेन्द्र कटारा, नगर परिषद सभापति श्री के.के. गुप्ता, प्रभारी सचिव श्री नरेशपाल गंगवार, संभागीय आयुक्त श्री भवानी सिंह देथा, जिला कलक्टर श्री राजेन्द्र भट्ट सहित जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण, प्रबुद्धजन एवं लाभार्थी उपस्थित थे।
जयपुर/डूंगरपुर, 16 जुलाई 2018