राजसमन्द भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना ने दिलायी तकलीफों से मुक्ति, उदयराम को मिला बेहतर इलाज का सुकून
राजस्थान सरकार की भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना गरीबों और जरूरतमन्द मरीजों के लिए खासी सहयोगी एवं सम्बलदायी सिद्ध हो रही है।
इस योजना की बदौलत विभिन्न परिवारों के कई रोगियों को इलाज की सारी चिन्ताओं से मुक्त होकर बेहतर उपचार का फायदा मिला है और आज वे भले-चंगे हैं। सरकार की इस योजना से मिले नवजीवन को वे राज का तोहफा मानकर मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे और सरकार की तारीफ करते नहीं थकते।
राजसमन्द जिले के प्रतापपुरा गांव का 34 वर्षीय उदयराम भी उन भाग्यशाली लोगों में शामिल है जिसे भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना ने तन्दुरुस्त कर दिया है।
उदयराम की पत्नी गंगा बताती है कि मेहनत-मजदूरी कर अपना और परिवार का पेट पालने वाले उदयराम का दिसम्बर-2016 में एक्सीडेंट हो जाने पर महाराणा भूपाल अस्पताल उदयपुर ले गए, जहाँ उसके पैर में रोड डाली गई। उदयराम की एलिजारोव फिक्सेशन बीमारी का इलाज किया गया। यहाँ से उसे जयपुर सिविल हॉस्पिटल भेजा जहां पैर की हड्डी का ऑपरेशन कर टाँके लगाए गए और घर भेज दिया गया।
ऑपरेशन के 20 दिन बाद उसे वापस बुलाया था लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से उदयराम नहीं जा पाया। आराम नहीं होने पर उदयराम ने कांकरोली में शर्मा हॉस्पिटल जाकर डॉ. अनिल शर्मा को दिखाया। वहां से उन्हें शर्मा मल्टीस्पेश्यलिटी हॉस्पिटल उदयपुर भेजा गया, जहाँ डॉ. सूर्यकान्त पुरोहित ने उसका ऑपरेशन किया।
गंगा बताती है कि इलाज के बाद अब उदयराम को आराम है। उदयराम का सारा इलाज भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में किया गया। गंगा कहती है कि गांव के सरपंच ने इस योजना के बारे में थोड़ा-बहुत बताया था। डॉ. पुरोहित व अस्पताल वालों ने इस भी इस बारे में बताया। गंगा व उदयराम इस योजना चलाने वालों व अस्पताल के प्रति आभार जताते हुए कहते हैं कि यह योजना न होती तो हमारी जिन्दगी तकलीफों से भर जाती ।
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