जल स्वावलम्बन अभियान को देश दुनिया ने सराहा
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि देश-दुनिया ने हमारे जल स्वावलम्बन अभियान के प्रथम चरण को सराहा है अब हमें ऐसे कार्य करने होंगे कि दुनिया हमारे कार्यों का लोहा माने। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जल सहेजने की परम्परा को आगे बढ़ाते हुए शहर और गांवों के पुराने जल स्रोतों को संवारने के लिए लोग स्वतः आगे आएंगे तो इससे प्रदेश में जल संकट दूर होगा और प्रदेश को जल स्वावलम्बी बनाने के सरकार के प्रयास सफल होंगे।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के द्वितीय चरण के राज्य स्तरीय शुभारंभ समारोह के अवसर पर जिले की झालरापाटन तहसील के ग्राम देवरी में उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस अभियान की सराहना की है और अन्य राज्य भी इससे प्रेरणा लेकर इसी तरह का कार्यक्रम शुरू करना चाहते हैं। ब्रिक्स राष्ट्रों के सम्मेलन में भी तारीफ की गई है वहीं दक्षिण अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, नामीबिया जैसे देशो ने इसे अपने देश में मॉडल के रूप में शुरू करने की रूचि दिखाई है। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में प्रदेश के 3 हजार 529 गांवों में यह अभियान वरदान साबित हुआ है। जो पानी संग्रहण किया गया उससे 31 लाख लोग एवं 45 लाख पशु लाभान्वित हुए हैं। अभियान के तहत जल संरचनाओ के आसपास 28 लाख पौधे लगाए गए हैं। इनसे जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि जिओ टैग के द्वारा प्रत्येक पौधे की निगरानी की जा रही है एवं सुरक्षा हेतु 150 पौधों पर एक व्यक्ति को रोजगार भी प्रदान किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रथम चरण में आमजन ने फावड़ा, परात व तगारी उठाई थी उसके सुखद परिणाम आज सबके सामने हैं। हमें प्रदेश के प्रत्येक गांव को जल के क्षेत्र में स्वावलम्बी बनाने के लिए तन, मन, धन से सहयोग कर कदम बढ़ाने होंगे। प्रदेश में जल की कमी एवं अकाल को सुकाल में बदलने के लिए यह अभियान क्रान्तिकारी साबित होगा। उन्होंने अभियान में भामाशाहों के योगदान एवं धर्मगुरूओं के आर्शीवाद की चर्चा करते हुए कहा कि वह दिन दूर नहीं जब राजस्थान के प्रत्येक गांव में जल स्वावलम्बन अभियान परिवर्तन का साक्षी होगा।
17 मिनट में 23 करोड़ 17 लाख
मुख्यमंत्री श्रीमती राजे की अपील पर कार्यक्रम में भामाशाहों ने आगे बढ़कर राजस्थानी परम्परा को आगे बढ़ाया तथा सरकार के भागीरथी प्रयास की सराहना करते हुए 17 मिनट में 23 करोड़ 17 लाख रुपए का सहयोग मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के कार्यों के लिए प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने चलाया फावड़ा
ग्राम देवरी में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के द्वितीय चरण का शुभारंभ गांव के ऐतिहासिक तालाब के जीर्णोद्धार कार्य के शुभारंभ के साथ किया गया। मुख्यमंत्री ने सभी धर्मों के धर्मगुरूओं की उपस्थिति में विधि-विधान से पूजा अर्चना कर शिला पट्टिका का अनावरण किया तथा तालाब का निरीक्षण कर फावड़ा चलाकर श्रमदान की शुरूआत की। इस तालाब का जीर्णोद्धार कर 475 हैक्टेयर क्षेत्र में सिचाई की सुविधा प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री के आह्वान पर इस तालाब के जीर्णोद्धार हेतु राजस्थान अक्षय उर्जा निगम लिमिटेड द्वारा 70 लाख रुपए का सहयोग प्रदान करने की बात कही।
गांवों में एलईडी से मिलेगी विकास की जानकारी
मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों की जानकारी गांवों में आमजन तक पहुंचाने हेतु जिला मुख्यालय की तर्ज पर ग्राम पंचायत स्तर तक एलईडी डिस्प्ले बोर्ड लगवाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आमजन के कल्याणार्थ सरकार की योजनाओं से जो लाभ मिला है, विकास कार्य हुए हैं उनसे ग्रामीण परिचित हो सकेंगे।
लाभार्थियों को समारोह में 5 करोड़ की सहायता
मुख्यमंत्री ने समारोह में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को 5 करोड़ रुपए की राशि की सहायता प्रदान की तथा जिले की ओडीएफ ग्राम पंचायतों के सरपंच, मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के प्रथम चरण के भामाशाहों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
ये रहे उपस्थित
समारोह में जिला प्रभारी मंत्री श्री यूनुस खान, सांसद श्री दुष्यन्त सिंह, राजस्थान नदी बेसन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्रीराम वेदिरे, विधायक सर्व श्री नरेन्द्र नागर, कंवरलाल मीणा, रामचन्द्र सुनारीवाल, जिला प्रमुख श्रीमती टीना कुमारी भील, प्रधान भारती नागर, स्थानीय सरपंच सीमा बाई सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी, जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह सहित बड़ी संख्या में महिला एवं पुरूष उपस्थित थे।
झालावाड़/जयपुर, 9 दिसम्बर 216