किसानों की आय दोगुनी कर उनके जीवन में बढ़ायेंगे खुशहाली
ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट-2016 का शुभारम्भ
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट का आयोजन वर्ष 2022 तक राजस्थान में किसानों की आय को दोगुनी कर कृषि क्षेत्र को नई ऊंचाइयां देने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि किसानों और निवेशकों को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए आजादी के 69 वर्षों में पहली बार राज्य में इतने बड़े स्तर पर आयोजन किया जा रहा है।
श्रीमती राजे बुधवार से शुरू हुए तीन दिवसीय ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट-2016 (ग्राम) के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रही थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान हमारा अन्नदाता है और हम चाहते हैं कि हमारा किसान सम्पन्न, समृद्ध और समर्थ हो।
इससे पहले राज्यपाल श्री कल्याण सिंह, मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे तथा केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री परषोत्तम रूपाला ने सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एण्ड कन्वेंशन सेंटर में ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट-2016 का शुभारंभ किया। समारोह में योग गुरू स्वामी रामदेव भी उपस्थित थे। इस दौरान राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदेश के किसान बदलते फसल चक्र, कम पानी में ज्यादा पैदावार करने वाली फसलों और खेती में इस्तेमाल की जा रही नई तकनीकों के बारे में सीखें, तभी सही मायने में राजस्थान में बदलाव सम्भव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि फल-सब्जी की पैदावार बढ़ाने कृषि उत्पादों की शेल्फ लाइफ बढ़ाने की आवश्यकता है, साथ ही यह भी सुनिश्चित करना होगा कि उनकी उपज कम से कम समय में गोदाम तथा कोल्ड स्टोरेज तक पहुंचे। तभी उनका उत्पादन राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय बाजार तक आसानी से पहुंच सकेगा और किसानों को उनकी मेहनत का पूरा प्रतिफल मिलेगा।
किसानों को उपज का सही मूल्य दिलवाना प्राथमिकता
श्रीमती राजे ने कहा कि काश्तकारों को उपज का सही मूल्य दिलवाने की दिशा में राज्य सरकार सतत प्रयत्नशील है। इसलिए आज हमारी सभी मंडियों में ई-मण्डी एवं ई-नाम के आधार पर विपणन हो रहा है। मण्डी में आने वाले किसानों के लिए हमने ‘किसान कलेवा‘ योजना भी प्रारंभ कर दी है। इस योजना में मंडी में आने वाले काश्तकारों को रियायती दर पर 5 रूपये में भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम का उद्देश्य कृषि विकास के माध्यम से किसान का आर्थिक सशक्तीकरण और उसकी आय को दोगुना करना है। कृषि क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किये गये प्रयासों का ही परिणाम है कि नीति आयोग ने कृषि सुधार सूचकांक में राजस्थान को तीसरे स्थान पर रखा है।
किसानों की हर समस्या पर फोकस
श्रीमती राजे ने कहा कि हम चाहते हैं कि किसानों की भूमि संबंधी सभी समस्याओं का निराकरण हो। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने न्याय आपके द्वार शिविर आयोजित किए। खेतों के रास्तों से संबंधित विवादों को दूर करने के लिए सरकार अभियान चला रही है। किसानों की अन्य प्रशासनिक समस्याओं के समाधान के लिए 14 अक्टूबर से हर शुक्रवार को ग्राम पंचायत स्तर पर ‘जन कल्याण पंचायत शिविर‘ शुरू किये गये हैं। खेती के पानी की कमी दूर करने के लिए हमने ‘मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान‘ प्रारंभ किया। जिसका सकारात्मक परिणाम मिला है। उन्होंने कहा कि किसानों को रबी के सीजन में खाद-बीज की कोई कमी नहीं आने दी जायेगी।
खेती में नवाचार से आ रहे उत्साहजनक परिणाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अनार, खजूर, जैतून और जोजोबा की खेती तथा जैतून तेल ब्रांड ‘‘राज ऑलिव ऑयल’’ के उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने खेती में रसायनों के उपयोग से दूर रहने और जैविक खेती को बढ़ावा देने का आह्वान किया।
श्रीमती राजे ने औषधीय और हर्बल प्रजातियों की फसलें उपजाने का सुझाव देते हुए कहा कि रसायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों तथा एन्टी बायोटिक दवाओं के बेहिसाब इस्तेमाल से नये संक्रमण तथा बीमारियां फैल रही हैं। उन्होंने कहा कि खेत-किसान ही लोगों को इन समस्याओं से निजात दिला सकते हैं। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के साथ-साथ किसान 10 हजार अटल सेवा केन्द्रों तथा 36 हजार ई-मित्र केन्द्रों आदि के माध्यम से भी मौसम, फसल मूल्य, बीज खाद की उपलब्धता तथा रोगों से बचाव जैसी जानकारियां हासिल कर सकते हैं।
निवेश प्रस्तावों को धरातल पर लाने में राजस्थान सबसे तेज
मुख्यमंत्री ने कहा कि सौर ऊर्जा परियोजनाओं को छोड़कर अब तक कुल 1.45 लाख करोड़ रुपये के निवेश में से करीब 1.08 लाख करोड़ रुपये का निवेश विभिन्न स्तरों पर क्रियान्विति की प्रक्रिया में है। उन्होंने कहा कि यह देश के किसी भी राज्य के लिए निवेश प्रस्तावों को सबसे तेजी से धरातल पर लाने का उदाहरण है।
प्रधानमंत्री की घोषणा पर पहल के लिए मुख्यमंत्री को बधाई
केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री श्री परषोत्तम रूपाला ने ग्राम के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि राजस्थान ने एग्रीटेक मीट का आयोजन कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की घोषणा को पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के विकास के लिए केन्द्र सरकार द्वारा लागू की गई विभिन्न योजनाओं का किसानों को लाभ दिलाने में राजस्थान अग्रणी है।
राजस्थान का बाजरा पूरे भारत को खिलाएंगे-बाबा रामदेव
योग गुरू बाबा रामदेव ने राजस्थान के मेहनतकश किसानों को खुशहाल बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पतंजलि राजस्थान के बाजरे की मार्केटिंग पूरे देश में करेगा। उन्होंने कहा कि जोधपुर में पैदा होने वाली मूंग की दाल पोशक तत्वों से भरपूर होती है। इसके साथ ही यहां के किसानों द्वारा उत्पादित धनिया, मिर्च जैसे मसालों, ऑर्गेनिक खाद्यान्न, तथा ईसबगोल, आंवला, तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा जैसे औषधीय गुणों वाले पादपों की खरीद पतंजलि करेगा। इससे यहां के किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिल सकेगा।
बाबा रामदेव ने राजस्थान में पतंजलि का एक मेगा फूड पार्क स्थापित करने, यूनिट लगाने, दुग्ध उत्पादन तथा गौवंश के नस्ल सुधार कार्यक्रम में राज्य सरकार का सहयोग करने की भी पेशकश की। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पतंजलि द्वारा किए जाने वाले कारोबार विस्तार में राजस्थान की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
भारत-इजराइल की दोस्ती की सक्सेज स्टोरी राजस्थान ने लिखी
भारत में इजराइल के राजदूत श्री डेनियल केरमोन ने इजराइल को ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट का पार्टनर कंट्री बनाने पर मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कृषि के क्षेत्र में भारत और इजराइल के बीच 21 साल पुरानी सफल साझेदारी की इबारत राजस्थान में लिखी गई है। उन्होंने इजराइल के सहयोग से राज्य में स्थापित उत्कृष्टता केन्द्रों (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ) का जिक्र करते हुए कहा कि इनसे प्रदेश के लाखों किसानों की जिंदगी संवरी है। श्री केरमोन ने कहा कि राजस्थान और इजराइल के बीच जलवायु से संबंधित कई समानताएं हैं। कम पानी में भी उन्नत खेती की जो तकनीक इजराइल ने विश्व में विकसित की है, राजस्थान उसका लाभ उठाने में देश के अन्य राज्यों की तुलना में कहीं आगे रहा है।
एवरग्रीन रिवोल्यूशन की ओर बढ़ रहा राजस्थान
महिन्द्रा लाइफस्पेसेज के चेयरमैन श्री अरूण नन्दा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान आज कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्य के रूप में उभर रहा है। जीरा, धनिया, मेहंदी, ईसबगोल, सरसों सहित विभिन्न फसलों के उत्पादन में राजस्थान शीर्ष राज्यों में शामिल है। मात्र एक प्रतिशत पानी की उपलब्धता वाले इस राज्य ने जो उपलब्धियां हासिल की हैं वह आश्चर्यजनक हैं।
जैन इरिगेशन के एम.डी. श्री अनिल जैन ने कहा कि राजस्थान ग्रीन रिवोल्यूशन (हरित क्रांति) के बाद अब एवरग्रीन रिवोल्यूशन की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों की आय को दुगुना करने के मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के लक्ष्य को पूरा करने में उनकी कम्पनी पूरी तरह सहयोग करेगी।
इससे पहले कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने कहा कि कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में राजस्थान निवेशकों की पहली पसंद के रूप में उभर रहा है। उन्होंने राज्य में जैतून, खजूर, ड्रेगन फू्रट, किनोआ, पिस्ता जैसे गैर पारंपरिक फलों तथा सूखे मेवों की खेती की दिशा में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। मुख्य सचिव श्री ओपी मीना ने कृषि को बढ़ावा देने तथा किसानों के कल्याण के लिए किए गए नीतिगत बदलावों के बारे में बताया।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री श्री अर्जुनराम मेघवाल, केन्द्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री श्री पीपी चौधरी, केन्द्रीय उपभोक्ता मामलां के राज्यमंत्री श्री सीआर चौधरी, केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री श्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ सहित राज्य मंत्रीपरिषद के सदस्य, विभिन्न देशों के राजदूत, बोर्ड तथा आयोगों के अध्यक्ष, सांसद, विधायक, अन्य जनप्रतिनिधि तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। सम्मेलन में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आए किसानों ने भी पूरे उत्साह के साथ भाग लिया।
जयपुर, 9 नवम्बर 2016