मुख्यमंत्री ने भारी वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में तुरन्त राहत मुहैया कराने के निर्देश दिए
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे प्रदेश के कई हिस्सों में हाल ही में हुई भारी बारिश से उपजे हालातों के बारे में लगातार जानकारी हासिल कर रही हैं। श्रीमती राजे ने दुबई से फोन पर जल संसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप से बात की और निर्देश दिए कि भारी बारिश से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हो और लोग सुरक्षित रहें।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि पूर्वी राजस्थान सहित प्रदेश के जिन हिस्सों में बाढ़ के हालात बने हैं और नदियों व बांधों में पानी की तेज आवक हो रही है, वहां प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहे। बचाव एवं राहत दल आवश्यकता पड़ने पर प्रभावित क्षेत्रों में तुरन्त राहत मुहैया कराएं।
एसीएस श्री सैनी स्थिति की समीक्षा के लिए भरतपुर संभाग में
श्रीमती राजे के निर्देश पर जल संसाधन मंत्री डाॅ. रामप्रताप ने अतिरिक्त मुख्य सचिव, जल संसाधन, श्री ओपी सैनी को भरतपुर संभाग में कैम्प कर स्थिति की निगरानी के लिए वहां भेजा है। श्री सैनी ने रविवार को पांचना बांध, गम्भीरी नदी, सेवला हेड एवं अन्य स्थानों पर जाकर स्थिति की समीक्षा की। अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता श्री रवि सोलंकी करौली जिले के पांचना बांध के जल स्तर की सतत निगरानी कर रहे हैं। मुख्य अभियन्ता श्री विनोद शाह कन्ट्रोल रूम से करौली, धौलपुर सहित पूर्वी राजस्थान में हो रही भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति पर बराबर नजर रख रहे हैं और विभागीय अधिकारी आपदा प्रबन्धन विभाग के भी बराबर सम्पर्क में हैं।
मुख्यमंत्री ने की वर्षा जल सहेजने की अपील
श्रीमती राजे ने इस पर भी ध्यान देने को कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत तैयार की गई विभिन्न जल संरक्षण संरचनाओं में जल का पर्याप्त संग्रहण हो रहा है अथवा नहीं। मुख्यमंत्री ने सरकारी विभागों, स्थानीय निकायों एवं आमजन से अपील की है कि रेन वाटर हारवेस्टिंग ढांचों, टांकों आदि की साफ-सफाई सुनिश्चित करें ताकि प्रदेश में हो रही बारिश का पानी व्यर्थ न जाने पाए।
जयपुर, 17 जुलाई 2016