मेवात, डांग तथा मगरा क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास का प्लान तैयार करें
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने निर्देश दिये हैं कि मेवात, डांग तथा मगरा क्षेत्र विकास योजनाओं में बुनियादी ढांचे के विकास का प्लान तैयार किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से जल, शिक्षा, स्वास्थ्य तथा बिजली के काम पर फोकस करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर मेवात, डांग तथा मगरा क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत किए जा रहे विकास कार्यों एवं बजट घोषणाओं पर हुई प्रगति की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने कहा कि दूर-दराज के क्षेत्रों में विषम भौगोलिक परिस्थितियों में रह रहे लोगों को अच्छी शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने, पेयजल की उपलब्धता तथा उनके लिए पर्याप्त बिजली की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए विभाग आपसी सामन्जस्य एवं टीम भावना से काम करें।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही योजनाओं का मनरेगा के साथ कन्वर्जेन्स किया जाना चाहिये। इससे इन क्षेत्रों के विकास के लिए अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध हो सकेंगे और वहां गुणवत्ता पूर्ण कार्य कराए जा सकेंगे।
श्रीमती राजे ने कहा कि मेवात, डांग तथा मगरा क्षेत्र में विकास कार्यों एवं सुविधाओं की मैपिंग की जाए, जिससे उन स्थानों का वास्तविक आंकलन हो सकेगा जहां इनकी अधिक आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों के विकास लिये जो योजनाएं चलाई जा रही हैं, उन योजनाओं की राशि उन्हीं क्षेत्रों में व्यय होनी चाहिये तथा समग्र विकास की बड़ी परियोजनाएं बनाई जानी चाहिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूली छात्राओं को हाईजीन के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों द्वारा सेनेटरी नैपकिन तैयार करवाकर स्कूली छात्राओं को उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
बैठक के दौरान सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम, ग्रामीण आवास योजनाओं एवं राजस्थान ग्रामीण आजीविका परिषद् के माध्यम से चलाए जा रहे कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गई।
बैठक में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री सुरेन्द्र गोयल, मगरा विकास बोर्ड के चेयरमेन श्री हरि सिंह रावत, मुख्य सचिव श्री सीएस राजन, प्रमुख शासन सचिव (वित्त) पी. एस. मेहरा, शासन सचिव पंचायती राज श्री आनन्द कुमार, शासन सचिव ग्रामीण विकास श्री राजीव ठाकुर सहित संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
जयपुर, 22 जून 2016