राज्य के युवा बनेंगे ग्लोबल सिटीजन
बाड़मेर में आपका जिला-आपकी सरकार’ कार्यक्रम
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि प्रदेश के युवाओं को ग्लोबल सिटीजन बनाने के लिए उनमें कौशल विकास करना आवश्यक है। राज्य सरकार इसके लिए विभिन्न स्किल डवलपमेंट प्रोग्राम चलाकर यह प्रयास कर रही है कि हमारे युवा राजस्थान में ही नहीं, दुनिया में कहीं भी जाकर काम कर सके।
श्रीमती राजे ने शुक्रवार को ’आपका जिला-आपकी सरकार’ कार्यक्रम के तहत बाड़मेर जिले में केयर्न उद्यमिता केन्द्र, थार क्षेत्र में तैयार होने वाले हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी तथा कृषि विज्ञान केन्द्र, दांता का अवलोकन किया।
हस्तशिल्प कलाओं को पुनर्जीवित किया जायेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की हस्तशिल्प एवं दस्तकारी कलाओं को पुनर्जीवित किया जायेगा। इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है। इससे राज्य की कला और संस्कृति का संरक्षण होगा तथा गांव में ही लोगों को रोजगार के सुनहरे अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हस्तशिल्पकारों एवं दस्तकारों के उत्पाद के प्रदर्शन एवं मार्केटिंग के लिए दिल्ली के बीकानेर हाउस में पुख्ता व्यवस्था की है वहां एक माह के लिए बारी-बारी से कलाकार जाकर अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने लिया बाजरे की रोटी और काचरी की चटनी का स्वाद
श्रीमती राजे ने बाजरे की रोटी और काचरी की चटनी का स्वाद भी चखा। उन्होंने गुढाल में आयोजित हस्तशिल्प प्रदर्शनी के दौरान बाड़मेर का प्रसिद्ध परम्परागत भोजन खाया। बाजरे की रोटी, बाजरे के पकौड़े, काचरी की चटनी, आलन और चने की सब्जी मुख्यमंत्री ने बडे़ चाव के साथ खाई।
शिल्प प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री ने की खरीददारी
श्रीमती राजे प्रदर्शनी में हस्तशिल्प व दस्ताकारी के अनूठे एवं कलात्मक उत्पाद देखकर मुख्यमंत्री गदगद हो गई। उन्होंने शिल्पकारों से उनकी कला के बारे में बातचीत करते हुए जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आप इस क्षेत्र में परिश्रम कर बहुत ही सुंदर काम कर रहे हैं। प्रदर्शनी से मुख्यमंत्री ने चंदेरी सिल्क और एल्पीक फेब्रिक की साडि़यां खरीदी।
श्रीमती राजे ने प्रदर्शनी में बाड़मेरी अजरक प्रिंट, चमडे़ पर कशीदाकारी, लकड़ी पर नक्काशी का कार्य हैण्डलूम पर वस्त्र उत्पाद, बाड़मेर के ऊनी पट्टू, हाथ की आरी का कार्य तथा महिलाओं द्वारा कपडे़ पर की जा रही बारीक कशीदाकारी का काम बहुत ही रूचि के साथ देखा।
’हैलो इंग्लिश’ एप का हो इस्तेमाल
मुख्यमंत्री ने केयर्न उद्यमिता केन्द्र में कई कक्षाओं और प्रयोगशालाओं में प्रशिक्षु युवाओं से उनके पाठ्यक्रम व प्रशिक्षण के बारे में चर्चा की। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से शैक्षिक योग्यताओं एवं अनुभव के बारे में सवाल किए तथा पूछा कि क्या वे इस कोर्स से खुश हैं, प्रशिक्षण के बाद उन्होंने क्या करने का सोचा है, क्या यहां आने से उनका आत्मविश्वास बढ़ रहा है और यह कोर्स रोजगार से लिंकअप हो जायेगा? उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि इसके केन्द्र में बाड़मेर के अलावा सिरोही तथा अन्य जिलों के युवा भी प्रशिक्षण ले रहे हैं।
श्रीमती राजे ने उद्यमिता केन्द्र पर स्पोकन इंग्लिश लैब में युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अंग्रेजी पूरे विश्व की भाषा है। उन्होंने केन्द्र के अधिकारियों को राज्य सरकार के ’हैलो इंग्लिश’ एप का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि यह एप बहुत प्रभावी है और इसके माध्यम से कोई भी अंग्रेजी भाषा सीख सकता है।
मुख्यमंत्री ने उद्यमिता केन्द्र में युवाओं से बातचीत की तथा उन्हें राज्य और केन्द्र सरकारों की उद्यमिता विकास योजनाओं के बारे में जानकारी दी। महिला राज मिस्त्रियों से बातचीत के बाद श्रीमती राजे ने अधिकारियों से मनरेगा जैसे कार्यक्रमों में उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने केयर्न के रोड सेफ्टी प्रशिक्षण वाहन की सराहना करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा के बारे में संदेश देने के लिए यह बहुत उचित माध्यम है क्योंकि इससे संदेश देना बहुत आसान है। उन्होंने अधिकारियों को परिवहन विभाग के रोड सेफ्टी कार्यक्रम के दौरान इस वाहन का प्रदर्शन पूरे राज्य में निर्देश दिए।
बाड़मेर की अनार को मिला थार अनार का नाम
मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने कृषि विज्ञान केन्द्र, दांता में आयोजित अनार उत्पादक किसान प्रशिक्षण शिविर में जिले में तैयार किए जा रहे अनार के उन्नत पौधे पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए इसका ब्राण्ड नामकरण थार अनार के रूप में किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि थार की यह अनार भारत में धूम मचायेगी।
सहमति से निकालेंगे रोजड़ों और सुअर की समस्या का हल
प्रशिक्षण शिविर में काश्तकारों ने मुख्यमंत्री को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि रोजडे़ और सुअर उनकी खेती को नष्ट करते हैं। उनकी फसलों को बचाने के लिए सरकार कोई उपाय करे। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विषय में कई सुझाव आए हैं, उनमें खेतों की तारबंदी, मेडबंदी और रोजड़ों का रासायनिक बंध्यीकरण है। रोजडे़ और सुअर फसल को नष्ट नहीं करें इसके लिए सभी की सहमति से कोई हल निकाला जायेगा।
श्रीमती राजे ने यहां प्रदर्शित औषधीय वनस्पति, फलों तथा कम पानी वाली फसलों के उत्पादन के बारे में कृषि विशेषज्ञों से चर्चा की। श्रीमती राजे ने औषधीय पादप उद्यान में गुगल, गिलाॅय, शंखपुुष्पी, मुलेठी, अग्निमंथ, जीवन्ती, शतावरी, ग्वारपाठा, अडसू, हाडजोड़, अपराजिता, ब्राह्मी, हाथी घास, सेवण आदि का निरीक्षण किया।
श्रीमती राजे ने यहां मृदा एवं पानी जांच प्रयोगशाला पादप स्वास्थ्य परीक्षण प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया तथा कृषि विज्ञान केन्द्र में तैयार किए जा रहे आंवले, बेर, खजूर, अनार, अमरूद व नीबू के पौधों के बारे में गहनता से जानकारी ली। उन्होंने केंचुआ खाद प्रदर्शन व आजोलाई यूनिट प्रदर्शन का भी अवलोकन किया।
लोगों में असीम उत्साह
श्रीमती राजे के बाड़मेर दौरे को लेकर स्थानीय नागरिकों में असीम उत्साह था। बाड़मेर शहर में विभिन्न स्थानों पर मुख्यमंत्री का नागरिकों ने आत्मीयता एवं गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। मुख्यमंत्री को जगह-जगह पर चुनरी ओढाई गई तथा पुष्प वर्षा की गई।
इससे पहले मुख्यमंत्री का बाड़मेर के उत्तरलाई वायुसेना हवाई अड्डे पहुंचने पर राजस्व राज्यमंत्री श्री अमराराम चैधरी, सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी और श्री रामचरण बोहरा, स्थानीय विधायकों, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों तथा अन्य गणमान्यजनों ने स्वागत किया।
बाड़मेर/जयपुर, 23 अक्टूबर 2015