राज्य में सड़कों के लिए केन्द्र देगा 50 हजार करोड़ – केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा है कि केन्द्र सरकार राजस्थान में अगले दो वर्ष में सड़कों के निर्माण पर 50 हजार करोड़ से भी अधिक का निवेश करेगी। श्री गडकरी गुरुवार को बिड़ला सभागार में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की अध्यक्षता में हुए अवार्ड आॅफ सेंक्शन्स कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
श्री गडकरी ने कहा कि केन्द्र सरकार पर्यटन, आधारभूत संरचना तथा अन्दरूनी जलमार्गों के विकास में राज्य का पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य को अपनी सुन्दर झीलों का इस्तेमाल उनमें उतर सकने वाले छोटे विमानों के जरिए पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने में करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कच्छ-जालौर-बाड़मेर चैनल विकसित कर इसे इंदिरा गांधी नहर से जोड़ा जाए तो सामान की परिवहन लागत में कमी आ सकती है। उन्होंने कहा कि नई सोच, उद्यमिता एवं बदलती प्रौद्योगिकी को अपनाकर राज्य अपना एक विजन डाॅक्यूमेंट तैयार करे तो केन्द्र सरकार उसे पूरा करने में हर संभव सहयोग करेगी।
चित्तौड़गढ़ में बनेगा हाईवे विलेज
केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि नेशनल हाईवे के साथ हाईवे विलेज विकसित किये जायेंगे जिनमें हेलिपेड, होटल, रेस्टोरेंट जैसी नगरीय सुविधाएं विकसित की जायेंगी। राजस्थान के चित्तौड़ में देशभर में पहली बार यह प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर 25 हजार करोड़ से भी अधिक लागत के अवार्ड आॅफ सेंक्षन्स राज्य को सौंपे। यह राषि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय एवं एनएचएआई की राष्ट्रीय राजमार्ग, केन्द्रीय सड़क निधि, आर्थिक महत्व की सड़कें, अन्तर्राज्य कनेक्टिविटी, भारतमाला जैसी विभिन्न केन्द्र सरकार प्रवर्तित परियोजनाओं पर राज्य में खर्च होगी।
मुख्यमंत्री की निवेश कार्ययोजना को सराहा
श्री गडकरी ने राजस्थान में निवेश आकर्षित करने की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के विजन एवं उनकी कार्ययोजना की सराहना करते कहा कि मुख्यमंत्री के रिसर्जेन्ट राजस्थान जैसे प्रयास राज्य में स्थायी विकास का मार्ग प्रशस्त करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में कौशल विकास के लिए मुख्यमंत्री द्वारा किए गए प्रयास भी देशभर में सर्वश्रेष्ठ हैं जो रोजगार की संभावनाओं के जरिए प्रदेश को तेजी से प्रगति पथ पर अग्रसर करने में सक्षम हैं।
प्रदेश विकास पथ पर तेजी से अग्रसर
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि श्री गडकरी ने राज्य की सड़क निर्माण परियोजनाओं पर त्वरित स्वीकृति देकर प्रदेश की उम्मीदें और बढ़ा दी है। श्री गडकरी ने जयपुर में बिड़ला सभागार में उद्घोषित 25 हजार 500 करोड़ की सडक निर्माण परियोजनाओं की स्वीकृतियों के साथ ही करीब 15 हजार करोड़ की अन्य सड़क निर्माण स्वीकृतियां भी गुरुवार को ही दे दीं। इस तरह करीब 40 हजार करोड़ की सड़क निर्माण परियाजनाओं को एक ही दिन में अवार्ड करना अपने आप में अद्भुत है। श्रीमती राजे ने कहा कि राज्य अब समावेशी विकास के साथ प्रगति के पथ पर तेजी से बढ़ रहा है और विकास नजर आने लगा है।
सार्वजनिक निर्माण एवं परिवहन मंत्री श्री यूनुस खान ने श्री गडकरी की कार्यशैली की तारीफ करते हुए कहा कि राज्य की ओर से जितने भी प्रस्ताव सौंपे गए, स्वीकृति तुरन्त मिली और इसके लिए हम उनके आभारी हैं। श्री खान ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 8 की स्थिति को जांचने के लिए श्री गडकरी स्वयं सड़क मार्ग से चलकर आए। यह उनकी राज्य के प्रति प्राथमिकता को दर्शाता है।
अवार्ड आॅफ सेंक्शन्स का आदान-प्रदान
समारोह में सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री डी.बी.गुप्ता एवं सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय तथा एनएचएआई के अधिकारियों ने अवार्ड आॅफ सेंक्शन्स का आदान-प्रदान किया।
56 विवेकानन्द माॅडल स्कूलों का शिलान्यास
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री गडकरी एवं मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने इस अवसर पर 21 जिलों में 56 स्वामी विवेकानन्द राजकीय माॅडल स्कूलों के भवनों का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन विद्यालयों में 55 प्रतिशत सीटें बालिकाओं के लिए रहेंगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में 71 ब्लाॅक्स में स्वामी विवेकानन्द स्कूल संचालित हैं। प्रदेश के शिक्षा की दृष्टि से पिछडे़ 186 ब्लाॅक्स में सरकार केन्द्रीय विद्यालयों के अनुरूप माॅडल स्कूल स्थापित करेगी।
मोबाइल एप का उदघाटन
रिसर्जेंट राजस्थान के मोबाइल एप का इस मौके पर उदघाटन किया गया। इस एप पर राज्य में विभिन्न निवेश संभावनाओं की जानकारी उपलब्ध रहेगी।
इस अवसर पर केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री श्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, उद्योग मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी, मुख्य सचिव श्री सी.एस.राजन, विभिन्न जनप्रतिनिधि, प्रमुख शासन सचिव, गणमान्यजन एवं सामान्य जन उपस्थित थे।
जयपुर, 15 अक्टूबर 2015