महापुरूषों के स्मारक नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा केन्द्र बनेंगे
धानक्या में पं. दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्मारक का शिलान्यास
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि महापुरूषों के जीवन और उनके विचारों से नई पीढ़ी को राष्ट्र के प्रति समर्पण की प्रेरणा मिलती है। पं. दीनदयाल उपाध्याय एक ऐसी महान विभूति थे, जिन्होंने अपने कार्यों एवं विचारों के माध्यम से भावी पीढ़ी को समाज के लिए काम करने की दिशा दी।
श्रीमती राजे शुक्रवार को धानक्या रेलवे स्टेशन पर पं. दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्मारक के शिलान्यास समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के महापुरूषों के योगदान और उनकी यादों को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए अन्य स्थानों पर भी स्मारकों का निर्माण करवा रही है, ताकि आमजन उनसे प्रेरणा ले सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय ने एकात्म मानववाद के नये राजनैतिक विचार की परिकल्पना की। उनकी यह राजनीतिक सोच आज भी प्रासंगिक है और जनमानस को इस विचार के साथ जुड़ना चाहिए। पं. दीनदयाल उपाध्याय ने अपने जीवन का महत्वपूर्ण समय इस जगह पर बिताया था, इसलिए उनकी जन्मशती वर्ष की शुरूआत के अवसर पर राष्ट्रीय स्मारक और संग्रहालय का निर्माण करवाया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार ने पांच करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है।
केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री श्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय का मानना था कि सरकार की नीति और योजनाओं का लाभ समाज के आखिरी व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए और केन्द्र व राज्य की वर्तमान सरकारें इस दर्शन को ध्यान में रखकर योजनाएं बना रही हैं।
नगरीय विकास मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत ने कहा कि पं. दीनदयाल जी ने स्वतंत्रता के बाद के दौर में भारत की राजनीति की नई दिशा तय की। धानक्या में बनने वाला यह स्मारक एकात्म मानववाद के प्रणेता को सच्ची श्रद्धांजलि होगा। समारोह को राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओंकार सिंह लखावत ने भी सम्बोधित किया।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने पं. दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्मारक का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया। उन्होंने स्मारक परिसर में पौधारोपण किया तथा कृृषि और पशु पालन विभाग की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। रेलवे के जिस क्वार्टर में पं. दीनदयाल उपाध्याय ने अपना बचपन बिताया, उसमें मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित किया।
श्रीमती राजे ने समारोह के दौरान स्वच्छ भारत मिशन, जिला परिषद, जयपुर के लोगो ’सुहावणो जैपर’ का लोकार्पण किया तथा शौचालय का निर्माण करवाकर उसका उपयोग शुरू करने पर पांच महिलाओं को स्वच्छता कार्ड वितरण कर सम्मानित किया। उन्होंने ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) बनाने के लिए हाथोज की सरपंच सुमन देवी और निमेड़ा की सरपंच सुनीता देवी को 50-50 लाख रुपये के चेक भेंट किये।
मुख्यमंत्री ने पांच महिला किसानों को पौध संरक्षण यंत्र तथा पांच किसानों को फार्म पौंड योजना के स्वीकृति पत्र भी वितरित किये। कार्यक्रम के समापन पर मुख्यमंत्री ने स्वच्छता के बारे में जागरूकता अभियान के लिए स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री कालीचरण सर्राफ, सांसद श्री रामचरण बोहरा, श्री वी.पी. सिंह. श्री सी.पी. जोशी, श्री हरिओम राठौड़, राज्य विधानसभा के उपाध्यक्ष श्री राव राजेन्द्र सिंह, विधायक श्री मोहनलाल गुप्ता, जयपुर जिला प्रमुख श्री मूलचन्द मीणा, राज्य वित्त आयोग की अध्यक्ष श्रीमती ज्योति किरण सहित वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी तथा गणमान्यजन उपस्थित थे।
जयपुर, 25 सितम्बर 2015