‘सखी’ पुरस्कार प्रदान करने के अवसर पर आयोजित समारोह
जयपुर, 8 जनवरी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि महिलाएं समाज में बदलाव की वाहक (चेंज एजेन्ट) है। वे जब किसी काम को हाथ में लेती है तो उसे पूरा करके ही दम लेती हैं। उन्होंने कहा कि बदलाव के लिए कार्य करने वाले कभी यह न सोचे कि हम कहां जायेंगे क्योंकि जो सफल होता है उसके पीछे सैंकड़ों-हजारों व्यक्ति खड़े हो जाते हैं।
श्रीमती राजे गुरुवार को एस.एम.एस.कन्वेंशन सेंटर में विभिन्न क्षेत्रों में महिला सशक्तीकरण के लिये कार्य कर रही महिलाओं, स्वयं सहायता समूहों (सेल्फ हेल्प ग्रुप-एसएचजी) तथा गैर सरकारी संस्थानों को दैनिक भास्कर एवं हिन्दुस्तान जिंक ’सखी’ पुरस्कार प्रदान करने के अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने उम्मीद जताई कि महिलाओं ने बदलाव की जो मुहिम छेड़ी है उससे धीरे धीरे राजस्थान में नीचे से ऊपर तक बदलाव आयेगा। ये कार्यक्रम दैनिक भास्कर और हिन्दुस्तान जिंक के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री ने यहां महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को भी देखा और उनकी सराहना की।
मुख्यमंत्री के रूप में अपने पिछले कार्यकाल का जिक्र करते हुए श्रीमती राजे ने कहा कि उस समय 4 हजार स्वयं सहायता समूह थे, जिनकी संख्या अब बढ़ते-बढ़ते लाखों में हो गई है। ये स्वयं सहायता समूह गांवों में ऊपर तक व्यवस्था बदलने का काम करेंगी। उन्होंने कहा कि हमने महिला को परिवार का मुखिया बनाने की सोच के साथ भामाशाह योजना के काम को आगे बढ़ाया है। इसे प्रधानमंत्री जन-धन योजना, आधार कार्ड और हैल्थ इंश्योरेंस से भी जोड़ा जा रहा है।
स्वयं सहायता समूह स्वच्छता अभियान से जुड़े
श्रीमती राजे ने स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं से अपील की कि वे गांवों में स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने का काम भी हाथ में लें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता एक रोज का नहीं बल्कि जीवन का काम है। अपने घर और आसपास को स्वच्छ रखना बड़ा काम है, जो गांव स्वच्छता में अग्रणी होंगे, इनके स्वयं सहायता समूह भी बहुत तरक्की करेंगे।
महिलाएं दिला सकती है कुरीतियों से मुक्ति
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये बालिकाओं के लिये मुफ्त पढ़ाई के साथ साईकिल एवं स्कूटी देने की शुरूआत की ताकि बालिकाएं स्कूल बीच में न छोड़ें और पढ़-लिखकर आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि शिक्षित महिलाएं ही समाज को कुरीतियों से मुक्त करा सकती है। वे छोटे परिवार, बालिका शिक्षा व स्वच्छता पर ध्यान दे तो राजस्थान में अपने आप परिवर्तन नज़र आयेगा।
’सरकार आपके द्वार’ से आया बदलाव
श्रीमती राजे ने कहा कि प्रदेश के लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिये उन्होंने भरतपुर सम्भाग से सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों धौलपुर में उन्होंने देखा कि जो सिस्टम वहां पूरी तरह ठप्प हो गया था, वह इस कार्यक्रम के कारण अब पुनः अपने पैरों पर उठ खड़ा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने हिन्दुस्तान जिंक के इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि सरकार चाहती है कि ऐसे लोग हमारे साथ जुड़कर काम करें जो जनता के चेहरे पर खुशी ला सकते हैं।
ब्राजील के ’एसएचजी’ का उल्लेख
श्रीमती राजे ने अपने उद्बोधन में ब्राजील के एक स्वयं सहायता समूह की सफलता का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह समूह वहां पाई जाने वाली एक किस्म की घास को तोड़कर उसे सूखाता है, फिर इसे रंग कर उससे झूले जैसा ’’हेमथ’’ बनाता है जिसकी न्यूयार्क तक बिक्री हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्वयं सहायता समूह भी ऐसी छोटी-छोटी चीजों के बारे में सोचे।
मुख्यमंत्री के विजन की सराहना
वेदान्ता समूह के चेयरमेन श्री अनिल अग्रवाल ने महिलाओं को आगे बढ़ाने के विजन के लिये मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि वे सही मायनों में सभी महिलाओं की सखी है। महिलाओं को इस प्रकार प्रोत्साहित करना बहुत कम लोगों को आता है। उन्होंने श्रीमती राजे के उद्योग और व्यवसाय के क्षेत्र में राजस्थान को सबसे ऊपर ले जाने की सोच की भी प्रशंसा की।
कार्यक्रम में दैनिक भास्कर के एक्जीक्युटिव डायरेक्टर श्री भरत अग्रवाल, दैनिक भास्कर के राजस्थान संपादक श्री एल.पी. पंत, हिन्दुस्तान जिंक के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में महिलाओं सहित गणमान्य लोग मौजूद थे। हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ श्री अखिलेश जोशी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
[slideshow]