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मुख्यमंत्री ने बजट प्रस्तुति में यूं व्यक्त की भावनाएं

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने विधानसभा में राज्य बजट 2017-18 प्रस्तुत करने के दौरान ये शेर पढ़े

जिस दिन से चली हूं, मेरी मंजिल पे नजर है,
आंखों ने कभी मील का पत्थर नहीं देखा।

हौंसले हों अगर बुलंद तो, मुट्ठी में हर मुकाम है,
मुश्किलें और मुसीबतें तो जिन्दगी में आम हैं।

हरेक राह में चिराग जलाना है मेरा काम,
तेवर हवाओं के मैं देखा नहीं करती।

जनता के हर वादे को निभाने की कोशिश की मैंने,
उसके हर हर्फ को इबादत बनाने की कोशिश की मैंने,
मेरे हाथ में जो दस्तावेज हैं, पुख्ता सबूत है इसका,
कि हर जख्म पर मरहम लगाने की कोशिश की मैंने।

जयपुर, 8 मार्च 2017