मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि कम पानी की उपलब्धता वाले हमारे प्रदेश राजस्थान में महाराष्ट्र माॅडल के अनुरूप जल संरक्षण कार्यों के लिए जनता का सहयोग लेकर अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों को मूवमेंट के रूप में काम करना होगा।
श्रीमती राजे शुक्रवार को इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में जल एवं मृदा संरक्षण पर आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित कर रही थी। कार्यशाला में महाराष्ट्र में जनसहयोग से जल संरक्षण के क्षेत्र में चलाये जा रहे ‘जलयुक्त शिवार अभियान’ पर वहां के जल संसाधन सचिव एवं सतारा व उस्मानाबाद के कलक्टर ने प्रस्तुतीकरण दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो सपना लेकर हम रिवर बेसिन का कार्य शुरू कर रहे हैं वो आप सभी के समर्पित सहयोग से ही संभव है। जल संरक्षण कार्यों के प्रभावी क्रियान्वयन से राज्य में निश्चित रूप से बदलाव आयेगा। महाराष्ट्र के अधिकारियों द्वारा दिए गए प्रस्तुतीकरण की सराहना करते हुए श्रीमती राजे ने प्रदेश के कलक्टरों से कहा कि हम सबको भी इसी उत्साह एवं ऊर्जा के साथ काम करना होगा तभी हम वांछित परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस अभियान में प्रभावी नेतृत्व देने के लिए कलक्टर अभी से तैयारी में जुट जाएं।
श्रीमती राजे ने कहा कि राजस्थान में पानी की स्थिति बहुत विकट है, राज्य का दो तिहाई भाग डार्क जोन की श्रेणी में आ चुका है। बांधों का अधिकांश पानी भी पेयजल के लिए आरक्षित करना पड़ रहा है। इस स्थिति में बदलाव के लिए हम महाराष्ट्र माॅडल का इस्तेमाल करते हुए प्रदेश में काम करेंगे। इस अभियान में आमजन, स्वयं सेवी संस्थाओं एवं धार्मिक संस्थाओं को भी जोड़ा जायेगा।
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री श्री सुरेन्द्र गोयल ने राज्य में जलग्रहण क्षेत्र विकास के लिए फोर वाटर्स कन्सेप्ट के अन्तर्गत किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्यक्रम वर्षा जल संरक्षण, कृषि उत्पादन में वृद्धि एवं चारागाह विकास के क्षेत्र में उपयोगी साबित होगा। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री श्रीमत् पाण्डेय ने इस कार्यशाला के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी एवं महाराष्ट्र में जलसंरक्षण के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों के अपने अनुभव बताये।
कार्यशाला में राजस्थान रिवर बेसिन अथोरिटी के चेयरमैन श्री श्रीराम विडरे, महाराष्ट्र जलसंसाधन विभाग के शासन सचिव श्री प्रभाकर देशमुख, उस्मानाबाद के जिला कलक्टर डाॅ. प्रशान्त एवं सतारा के जिला कलक्टर श्री अश्विनी मुद्गल ने ‘जलयुक्त शिवार अभियान’ के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया। इस अवसर पर राज्य मंत्री परिषद के सदस्य, विधायकगण, मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव, शासन सचिव, राज्य के जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे।
जयपुर, 24 जुलाई 2015