- वसुन्धरा राजे - http://vasundhararaje.in/hi -

दर्जन भर अधिकारियों-कर्मचारियों को किया सस्पेंड और एपीओे

Rajasthan CM Vasundhara Raje

जनता के काम में कोताही बर्दाश्त नहीं, चाहे कोई कितना बड़ा क्यों न हो

आपका जिला आपकी सरकार का तीसरा दिन

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि जनता की भलाई के लिए चलाई जा रही राज्य सरकार की फ्लेगषिप योजनाओं में कोई कोताही अथवा गड़बडी करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितने ही बड़े पद पर क्यों न बैठा हो। मुख्यमंत्री के औचक निरीक्षण के दौरान गड़बड़ियां सामने आने की गाज 10 अधिकारियों और कर्मचारियों पर गिरी। मुख्यमंत्री के निर्देष पर पीचूपाड़ा आंगनबाड़ी केन्द्र पर पोषाहार में कमी पाए जाने पर महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेषक उर्मिला शर्मा एवं आईसीडीएस की महिला पर्यवेक्षक अंजू चौहान को निलंबित कर दिया गया, जबकि चार अन्य को एपीओ कर दिया गया। वहां तैनात आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रेणु शर्मा को पद से हटा दिया गया। साथ ही सिकराय में आईसीडीएस की महिला पर्यवेक्षक सीमा जायसवाल को भी निलंबित किया गया। आदर्ष प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कुंडल के चिकित्सा अधिकारी डॉ अरुण स्वामी को निलंबित, जबकि एक अन्य चिकित्सक डॉ. संदीप शारदा को एपीओ कर दिया गया। इसके अलावा ग्रामीणों की षिकायत पर गुढ़ा कटला राजकीय पशु चिकित्सालय पर कार्यरत डॉ. अमर सिंह बलाई को एपीओ और पशुधन सहायक प्रवीण कुमार को निलंबित कर दिया।

नहीं चलेगा जयपुर से अप-डाउन

मुख्यमंत्री मंगलवार को आपका जिला आपकी सरकार कार्यक्रम के अंतिम दिन दौसा के जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को सम्बोधित कर रही थीं। श्रीमती राजे ने कहा कि ऐसा देखने में आया है कि राजधानी के नजदीक होने के कारण अक्सर अधिकारी जयपुर से अप-डाउन अपना ज्यादातर समय जयपुर में बिताते हैं। यह प्रवृत्ति बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि अधिकारी बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ें। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि उन्हें जयपुर का मोह छोड़ना होगा।

अपराध तथा राजस्व वाद-मुक्त गावों को मिले विषेष प्रोत्साहन

श्रीमती राजे ने अपराध तथा राजस्व वाद-मुक्त गावों को विकास के लिए विषेष प्रोत्साहन उपलब्ध कराने तथा दौसा में अपराधों पर रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण स्थानों पर कैमरे लगवाने के निर्देष दिए। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे गांव जहां अधिक बिजली छीजत है वहां जनप्रतिनिधि, अधिकारी मिलकर ग्रामीणों को समझाएं कि यदि वे छीजत के स्तर को 15 प्रतिशत तक घटा लेते हैं, तो उनके फीडर में अधिक आपूर्ति की जायेगी तथा ट्रांसफार्मर और खराब लाइनों की मरम्मत का कार्य तुरन्त किया जायेगा।

पंचायत शिविरों में दुरूस्त करें बीपीएल सूची

मुख्यमंत्री ने कहा कि बीपीएल एवं खाद्य सुरक्षा की सूची में उन लोगों का नाम रखें, जो वाकई गरीबी की सीमा रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। ऐसे लोगों के नाम बीपीएल सूची से हटाएं, जो साधन सम्पन्न हैं तथा जिनके पास किसी चीज की कमी नहीं है। उन्होंने इस बात पर गहरी नाराजगी जताई और निर्देश दिए कि आगामी पंचायत शिविरों के दौरान राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के लाभार्थियों एवं बीपीएल की सूचियों का पारदर्शी तरीके से शुद्धिकरण किया जाए तथा ऐसे लोगों के नाम बीपीएल सूची में से हटाए, जो इसकी पात्रता नहीं रखते।

शिकायतों के निस्तारण की औचक जांच

श्रीमती राजे ने जन सुनवाई में जिला अधिकारियों द्वारा सुनी गई शिकायतों की संख्या अत्यधिक कम होने पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि शिकायतों के निस्तारण के लिए जो कार्रवाई की गई है। उसकी पुष्टि के लिए औचक जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार जन लाभकारी योजनाओं को लागू करने के प्रति और समस्याओं के निराकरण के कार्य में लापरवाही के विरूद्ध बहुत गंभीर है। उन्होंने कहा कि आमजन इन योजनाओं में कोताही और गड़बड़ी के फोटो राजस्थान संपर्क पोर्टल पर भेजे ताकि ऐसा करके जनता को परेशान करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

अफसर नहीं काटें फीते, यह काम जनप्रतिनिधियां का है

मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी विकास कार्यो के स्वयं लोकार्पण एवं फीता काटने के मोह से बचें। यह काम जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों का है। इसलिए विकास कार्यों का षिलान्यास एवं लोकार्पण जनप्रतिनिधियां द्वारा ही कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन में जनप्रतिनिधियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है और इसलिए अधिकारियों को उन्हें पूरा सम्मान देना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे जनप्रतिनिधियों के साथ निरन्तर संवाद रखें और उनके निर्देशों की पालना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि एवं जिलास्तरीय अधिकारी स्कूलों में आकस्मिक रूप से जाकर मिड-डे-मील चखें और भोजन भी गुणवत्ता परखे।

आभानेरी में पर्यटक सुविधाओं के विकास के निर्देश

श्रीमती राजे ने कहा कि दौसा जिले में आभानेरी एक महत्वपूर्ण स्थान है, जहां पर्यटन की दृष्टि से अच्छी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि आभानेरी में कैफेटेरिया, टॉयलेट्स की समुचित व्यवस्था सहित पर्यटक सुविधाएं विकसित की जाए। उन्होंने विशेषज्ञों की सेवाएं लेकर आभानेरी के मूल स्वरूप को बरकरार रखते हुए इसके संरक्षण विकास के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देष दिए कि वन विभाग से आवष्यक स्वीकृति प्राप्त कर आभानेरी में सड़क का काम जल्द शुरू किया जाए।

गायों के रेडियो कॉलर लगाने के निर्देश

श्रीमती राजे ने कहा कि लोग अपनी गायों को दूध निकालने के पश्चात सड़कों पर खुला छोड़ देते हैं, जिसके कारण गन्दगी फैलती है और दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। उन्होंने कहा कि लोग अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए गायों को सड़कों पर खुला नहीं छोड़ें। उन्होंने गायों की टेगिंग करवाने एवं रेडियो कॉलर लगाने के निर्देश दिए।

घर-घर से हो कचरा संग्रहण

मुख्यमंत्री ने दौसा शहर में साफ-सफाई पर संतोष जताते हुए कहा कि नगर परिषद यहां भी डूंगरपुर की तर्ज पर घर-घर से कचरा संग्रहण के काम को लागू करे। श्रीमती राजे ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं अन्य अस्पतालों में साफ-सफाई एवं हाईजीन का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिलना चाहिए। उन्होंने अस्पतालों में मरीजों की सुविधाओं का ध्यान रखने के लिए अस्पताल कमेटी बनाए जाने का सुझाव भी दिया। उल्लेखनीय है कि औचक निरीक्षण के दौरान श्रीमती राजे ने आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कुंडल में गन्दगी एवं अव्यवस्था पर गहरी नाराजगी जताई थी। उन्होंने आरोग्य राजस्थान सर्वे के दौरान एकत्र किए गए हैल्थ डेटा की एंट्री शीघ्र कराए जाने के निर्देष दिए।

दौसा की तर्ज पर अन्य जिलों में भी साक्षरता की विषेष पहल

मुख्यमंत्री ने दौसा जिले में 1 सितम्बर, 2016 से साक्षरता के लिए की गई विषेष पहल की सराहना करते हुए कहा कि इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं। जिले के स्कूलों में प्रार्थना स्थल पर सभी विद्यार्थियों को अपने परिवार के निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने की जो शपथ दिलाई जाती है, वह काबिले तारीफ है। उन्होंने इस नवाचार को अन्य जिलो में भी लागू करने के निर्देष दिए।

श्रीमती राजे ने जयपुर के सीतापुरा एवं चाकसू से औद्योगिक इकाईयां का प्रदूषित जल लालसोट क्षेत्र तक पहुंचने पर चिंता जताते हुए इस समस्या से शीघ्र निजात दिलाने के निर्देष दिए। उन्होंने दौसा जिले में सिलिकोसिस पीड़ितों को सहायता राषि तुरंत उपलब्ध कराने के निर्देष भी जिला प्रषासन को दिए।

पौधों की देखभाल के लिए लगाएं व्यक्ति

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के अंतर्गत जल ग्रहण ढांचों के पास प्रति 150 वृक्ष लगाने पर एक व्यक्ति तथा सड़कों के किनारे प्रति 200 वृक्ष लगाने पर एक व्यक्ति को उनकी देखभाल के लिए मनरेगा के अंतर्गत लगाए जा सकते हैं। इससे न केवल इन पौधों की सुरक्षा होगी बल्कि लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इसी प्रकार गावों में स्वच्छता के क्षेत्र में विषेष काम करने पर प्रति 150 घरों पर 2 सफाईकर्मी लगाए जा सकते हैं।

श्रीमती राजे ने कहा कि बजट घोषणाओं और सुराज संकल्प घोषणाओं की समयबद्ध क्रियान्विति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने राजश्री योजना, भामाशाह कार्ड वितरण, कौशल विकास, अन्नपूर्णा भंडार, नरेगा आदि योजनाओं का आमजन के बीच और अधिक प्रचार कर उन्हें लाभान्वित करने पर बल दिया।

लगन से काम करे तो बन सकता है पूरा प्रदेष खुषहाल

मुख्यमंत्री ने जिला स्तरीय समीक्षा के दूसरे चरण में विकास अधिकारियों, उपखण्ड अधिकारियों, पुलिस उपअधीक्षकों, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों सहित सभी अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यदि आप इच्छाशक्ति और पूरे जज्बे से काम करें तो लोगों की जिन्दगी बदल सकते हैं और पूरा प्रदेश खुशहाल बन सकता है।

बैठक में जिला प्रभारी तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री अरूण चतुर्वेदी, सांसद श्री रामकुमार वर्मा, राज्य स्तरीय जन अभाव अभियोग एवं सतर्कता समिति के अध्यक्ष श्री श्रीकृष्ण पाटीदार, विधायक श्री ओमप्रकाश हुडला, श्री शंकर लाल शर्मा, श्रीमती अल्का गुर्जर, जिला प्रभारी सचिव एवं प्रमुख शासन सचिव एमएसएमई श्री राजीव स्वरूप, संभागीय आयुक्त श्री राजेश्वर सिंह, पुलिस महानिरीक्षक श्री हेमंत प्रियदर्षी, जिला कलक्टर श्री अशफाक हुसैन, पुलिस अधीक्षक श्री योगेश यादव सहित विभिन्न विभागों के जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी तथा पुलिस अधिकारी मौजूद थे।

दौसा/जयपुर, 20 सितम्बर 2016

«आपका जिला आपकी सरकार [1]